Uttarkashi Tunnel Collapse: अभी ‘ड्रिंलिंग’ में लगेगा और वक्त, कितना काम बाकी; जानिए अपडेट

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Uttarakhand Tunnel Rescue Operation: उत्तरकाशी में चार धाम प्रोजेक्ट के तहत बन रहे सिलक्यारा टनल हादसे का आज 13वां दिन है. मजदूरों के रेस्क्यू का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. सुरंग में फंसे मजदूरों को खाने के लिए पाइप के जरिए भोजन-पानी, दवाई और ऑक्सीजन भेजी जा रही है. इस बीच खबर है कि अंतिम 5 मीटर की खुदाई के लिए बचाव कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

दरअसल, कल देर रात खुदाई के दौरान ऑगर मशीन में खराबी आ गई, जिस वजह से रेस्क्यू काम को रोकना पड़ा. मशीन को बनाने का काम किया जा रहा है. उम्मीद है कि आज फिर से एक बार खुदाई का काम शुरू हो सकेगा. अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले 12 से 14 घंटों में मजदूरों को निकालने में कामयाबी मिल सकेगी. सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम पिछले 300 घंटों से चल रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि आज देर शाम तक मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा. इसके लिए तमाम प्रकार की तैयारियां की गई हैं. अस्पताल के साथ डॉक्टरों की टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है.

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मजदूरों के लिए खास इंतजाम
एक समाचार एजेंसी के अनुसार 13 दिन से फंसे हुए मजदूरों का मनोबल बढ़ाने का काम लगातार चल रहा है. रेस्क्यू की टीम ने मजदूरों को बोर्ड गेम और प्लेइंग कार्ड उपलब्ध कराने की योजना बनाई है. इसके पीछे की मुख्य वजह है कि रेस्क्यू के काम में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों को निकालने के दौरान काफी प्रकार के व्यवधान आ रहे हैं. गुरुवार की शाम पाईप के डालने के काम को रोकना पड़ा क्योंकि ऑगर मशीन में खराबी की समस्या आ गई थी.

समाचार एजेंसी से बात करते हुए घटनास्थल पर मौजूद मनोचिकित्सक डॉ. रोहित गोंडवाल ने कहा, “हम फंसे हुए मजदूरों का तनाव दूर करने में मदद के लिए लूडो, शतरंज और ताश उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं. अभियान में देरी हो रही है और ऐसा लगता है कि कुछ समय और लगेगा.” बता दें कि कि बुधवार देर रात को ऑगर मशीन में खराबी आ गई थी. उस दौरान ये समस्या खुदाई के दौरान रास्ते में आए लोहे के गर्डर को काटने के दौरान आई थी. इसके बाद फिर से बचाव अभियान को शुरु किया गया.

कभी भी पूरा हो सकता है ड्रिलिंग का काम
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग के धंसने से उसमे 41 मजदूर फंस गए. ये हादसा 12 नवंबर को दीपावली के दिन हुआ था. पिछले 13 दिनों से लगातार राहत और बचाव कार्य चल रहा है. सुरंग से मजदूरों को निकालने के लिए 900 एमएम की पाइप लगाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग का जा रही है, जिसका लगभग काम पूरा हो गया है.

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