Vegetables Price: जल्द ही आम नागरिकों को महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है. आगामी दिनों में सब्जियों और दूध की औसत खुदरा कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है. सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई. एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि अब बुआई करीब पूरी हो गई है. अब फोकस फसल कटाई सीजन की ओर शिफ्ट हो गया है. दरअसल, इस साल भारत में 13 सितंबर तक लंबी अवधि के औसत से 8 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है.
मानसून बेहतर होने से बुआई का रकबा बढ़ा
इस वर्ष 6 सितंबर तक कुल 109.2 मिलियन हेक्टेयर्स क्षेत्र में बुआई हुई है और इसमें पिछले वर्ष की तुलना में सालाना आधार पर 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस सीजन में सभी मुख्य फसलों की अच्छी बुआई देखी गई है. चावल की 41 मिलियन हेक्टेयर्स, दालों की 12.6 मिलियन हेक्टेयर्स, तिलहन की 19.2 मिलियन हेक्टेयर्स और मोटे अनाज की 18.9 मिलियन हेक्टेयर्स में बुआई हुई है. कुल बुआई क्षेत्र सामान्य बुआई क्षेत्र का 99 फीसदी है, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 98 फीसदी था.
सप्लाई बढ़ने से कम होंगी कीमतें
रिपोर्ट में बताया गया कि हाल में अधिक सप्लाई होने से कीमतों में कमी देखने को मिली और कीमतें कुछ समय के लिए यहां स्थिर रह सकती हैं, जब तक बाजार में नई सप्लाई नहीं आ जाती है. बैंक ऑफ बड़ौदा में अर्थशास्त्री अदिति गुप्ता ने कहा कि देश के अधिकतर हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अच्छी बारिश हुई है. जिसके चलते बांधों में मौजूद जल भंडार में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. खरीफ की फसल का बुआई क्षेत्र पिछले वर्ष के तुलना में 2.2 फीसदी बढ़ा है. इस वर्ष अब तक संयुक्त रूप से 817.9 मिमी बारिश हुई है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 684.6 मिमी था.
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