राहुल के बयान पर अमित शाह ने बोला हमलाः कहा- राहुल फैला रहे अफवाह, हमारे सत्‍ता में रहते…

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

अहमदाबादः रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमि‍त‍ शाह ने राहुल गांधी के उस बयान पर तीखा हमला बोला, जिसमें उन्‍होंने यह कहा था कि भाजपा तीसरी बार निर्वाचित होने पर पिछड़े वर्गों का आरक्षण वापस लेना चाहती है. इस पर शाह ने कहा कि राहुल गांधी केवल लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा पिछड़े वर्गों को आरक्षण वापस लेने की दिशा में काम कर रही होती तो अब तक वह ऐसा कर चुकी होती.

एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने दोहराया कि जब तक भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए सत्ता में है, तब तक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण या कोटा पर कोई पुनर्विचार नहीं होगा.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी हमारे खिलाफ अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा इस देश की सत्ता पर दस साल से काबिज है और दो बार पूर्ण बहुमत के साथ चुनी गई है. अगर हम वास्तव में देश में आरक्षण समाप्त करने की मंशा या प्रेरणा से काम कर रहे होते तो अब तक ऐसा हो चुका होता. ये झूठ के अलावा कुछ नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पहले ही देश भर में दलितों, पिछड़े वर्गों और हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों को आश्वासन दिया है कि जब तक भाजपा सत्ता में है, कोई भी आरक्षण वापस लेने की हिम्मत नहीं कर सकता.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस पर एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आवंटित कोटा को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए 4 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की. क्या लोगों को नहीं पता कि उन्होंने किसके कोटे से अल्पसंख्यक समुदाय के लिए 4 प्रतिशत आरक्षण अलग कर दिया? तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद इसी तरह की चाल में उन्होंने मुसलमानों के लिए 5 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की.

कांग्रेस हमेशा पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के खिलाफ खड़ी रही है और आदिवासी समुदायों को न्याय दिलाने के लिए कभी भी कोई वास्तविक इरादा नहीं दिखाया है. यहां तक कि आज जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों को आरक्षण के लाभ से वंचित किया जा रहा है.

अमित शाह ने कहा कि यह पीएम मोदी ही थे, जिन्होंने द्रौपदी मुर्मु को देश के सर्वोच्च पद पर बिठाकर हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों को न्याय दिलाने का काम किया.

इससे पहले, शुक्रवार को राहुल गांधी ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी देश के संविधान को बदलना चाहते हैं और पिछड़े समुदायों, आदिवासियों और दलितों के आरक्षण और अन्य अधिकारों को छीनना चाहते हैं.

राहुल गांधी ने कर्नाटक के बीजापुर में एक रैली में कहा था कि देश को आजादी मिलने और संविधान अपनाने से पहले, राजा और महाराजा हम पर प्रभुत्व रखते थे. हालांकि, अब हमारा संविधान पिछड़े समुदायों, आदिवासियों और दलितों के लिए कुछ अधिकारों और आरक्षण की गारंटी देता है.

नरेंद्र मोदी संविधान को तोड़ना और नष्ट करना चाहते हैं, जैसा कि हम जानते हैं. उनके सांसदों ने खुले तौर पर कहा कि अगर वे केंद्र में नया कार्यकाल जीतते हैं, तो वे संविधान को बदल देंगे. कांग्रेस और उसके भारतीय साथी हमारे संविधान को बचाने के लिए लड़ रहे हैं.

Latest News

Israel-Hezbollah War: इजरायल ने लेबनान पर किया भयंकर हमला, 47 लोगों की गई जान

Israel-Hezbollah War: इजरायल ने पूर्वी लेबनान में बड़ा विनाशकारी हमला किया है. इस हमले में 47 लोगों की जान...

More Articles Like This

Exit mobile version