JDU MP Kaushalendra Kumar Controversial Statement: रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसको लेकर जहां केंद्र सरकार, राज्य सरकार समेत समस्त राम भक्तों द्वारा भव्य कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है. वहीं, विपक्ष द्वारा एक के बाद एक भगवान राम को लेकर विवादित टिप्पणी दी जा रही है. बता दें कि अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम को लेकर बिहार के नालंदा से जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने विवादित बयान सामने आया है. जिसको लेकर एक बार फिर सियासत गर्मा गई है. आइए जानते हैं क्या कुछ बोलेे जेडीयू सांसद…
जानिए क्या बोले जेडीयू सांसद
दरअसल, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा अलग-अलग राज्यों में लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है. इस कार्यक्रम में लगभग सभी पार्टियों के दिग्गज नेताओं को आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. वहीं, इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. बीजेपी द्वारा निमंत्रण पत्र भेजे जाने को लेकर नालंदा से जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि न्योता किस बात का? किसी के बेटी-बेटा की शादी है क्या? या किसी के पिता जी का श्राद्ध हो रहा है? न्योता कोई देगा तभी जाएंगे क्या? वे निमंत्रण नहीं देंगे तो हम नहीं जाएंगे अयोध्या?
बेवकूफ आदमी न्योता दे रहा…
बिहार के नालंदा से जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने आगे कहा कि केवल राम भगवान के बिना काम नहीं चलने वाला है बिना सीता के 2024 में बेड़ा पार नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि वे लक्ष्मण किला में बराबर ठहरते हैं. इसमें न्योता की क्या जरूरत है, वह जो न्योता दे रहा है वह बेवकूफ आदमी न्योता दे रहा है. अयोध्या सबका है. अगर कोई अयोध्या को कब्जा में लेना चाह रहा है तो उनके कब्जा में थोड़ी आ जाएगा.
#WATCH | Nalanda, Bihar | On invitations being extended to attend the ‘pranpratishtha’ ceremony of Ram Temple on January 22 in Ayodhya, JD(U) MP Kaushalendra Kumar says, “Is it somebody’s son’s wedding that an invitation is being extended? If they won’t invite me, will I not go… pic.twitter.com/UJ4JKSnahf
— ANI (@ANI) January 6, 2024
पीएम मोदी पर किया कटाक्ष
जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि अभी अयोध्या में बुलावा भगवान राम का आ रहा है. अयोध्या में भगवान राम की पूजा एक दिन में समाप्त होने वाली नहीं है. सिर्फ 22 तारीख से काम नहीं चलेगा. 22 तारीख को पति-पत्नी साथ में आवें और भगवान की हाथ जोड़कर पूजा करें. भगवान राम सीता का आशीर्वाद लें. अगर बिना सीता के चले गए न तो उनका भी कल्याण होने वाला नहीं है 2024 में. निश्चित मान लीजिए कि जो लोग सीता का अपमान कर रहे हैं वह 2024 में आने वाला नहीं है. गौरतलब है कि 22 जनवरी देश को पीएम मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है और जेडीयू सासंद द्वारा पति-पत्नी साथ में आए का बयान कहीं ना कहीं पीएम मोदी पर कटाक्ष है.