Bihar Politics: ‘ग़रीब ज़रूर हूं, लेकिन धोखा नहीं दूंगा..’, किस वजह से ऐसा बोले जीतन राम मांझी?

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bihar Politics: बिहार में नई सरकार का गठन जरूर हो गया है, हालांकि राज्य में अभी भी राजनीतिक उहापोह की स्थिति कम होने का नाम नहीं ले रही है. नई सरकार में राजनीतिक दल ‘हम’ के संस्थापक जीनतराम मांझी के भले 4 ही विधायक हों, लेकिन वो सरकार में बहुमत साबित करने में अहम भूमिका में हैं.

सरकार के गठन के दौरान उन्होंने कम से कम दो मंत्रीपद की मांग की थी. हालांकि, मंत्रिमडल में ‘हम’ के केवल एक मंत्री को जगह मिली. बाद में खबरें आने लगी कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतन राम मांझी अपने बेटे को मिले पद से खुश नहीं हैं. इन सब के बीच आज बिहार के पूर्व सीएम जीतनाराम मांझी ने बड़ा ऐलान किया और पीएम मोदी के साथ रहने की बात कही.

‘गरीब हूं धोखेबाज नहीं’

बिहार में चल रही राजनीतिक हलचल के बीच हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने पीएम मोदी के साथ रहने की बात कही है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,”मेरे लिए कोई सत्ता की कुर्सी मायने नहीं रखती. बस गरीबों, मजलूमो, दबे-कुचलों के हक और हककूक की आवाज उठती रहे उनका काम हो यही काफी है. मैं गरीब ज़रूर हूं पर कुर्सी के लालच में किसी को धोखा नहीं दे सकता. HAM मोदी जी के साथ थें, HAM मोदी जी के साथ हैं, HAM मोदी जी के साथ रहेंगें.”

गठबंधन से था सीएम पद का ऑफर!

बिहार में 12 फरवरी को सरकार को बहुमत सिद्ध करना है. इससे पहले तमाम हलचल देखने को मिल रही हैं. नई सरकार में जीतनराम मांझी के पार्टी के विधायकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हैं. हम के पास भले ही 4 विधायक हैं, लेकिन वह सरकार में निर्णयाक भूमिका में हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद की ओर से मांझी को सीएम का पद भी ऑफर किया जा रहा है. इस वजह से ही मांझी नीतीश सरकार में 2 मंत्री पद की डिमांड कर रहे थे. इन सब के बीच अब खुद मांझी ने सामने आकर इन सभी कयासों पर फुल स्टॉप लगा दिया है.

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