Shivraj Singh Chouhan News: मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सीएम पद के लिए काफी मंथन किया गया. पार्टी ने शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर मोहन यादव को मुख्यमंत्री का पद सौंपा था. बीते मंगलवार को एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी पहुंचे, यहां पर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान वह भावुक नजर आए. पूर्व सीएम शिवराज ने कहा कि कभी-कभी कोई व्यक्ति ‘राजतिलक’ (राज्याभिषेक) की प्रतीक्षा करते हुए ‘वनवास’ में पहुंच जाता है.
बहनों के बीच पहुंचे शिवराज
जानकारी दें कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान मंगलवार शाम अपनी बुधनी विधानसभा सीट के अंतर्गत शाहगंज शहर पहुंचे थे. इस दौरान वह एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. संबोधन के दौरान वह भावुक हो गए और कहा कि वह लोगों, खासकर अपनी बहनों के बीच बने रहेंगे.
जिस दौरान पूर्व सीएम अपना संबोधन दे रहे थे, उस दौरान कुछ महिलाओं ने शोर मचाते हुए कहा कि भैया (भाई), हमें अकेला छोड़कर कहीं मत जाओ’. इस पर भावुक होकर चौहान ने जवाब दिया कि ‘मैं कहीं नहीं जाऊंगा. मैं यहीं जिऊंगा और यहीं मरूंगा’.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और एमपी के पूर्व सीएम ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए सभी कार्य, जिनमें लाडली बहना योजना (महिला कल्याण के लिए), लाडली बहना योजना के लाभार्थियों के लिए आवास योजना, प्रत्येक परिवार में एक नौकरी की योजना और किसानों से किए गए वादे शामिल हैं, जिसे वर्तमान सरकार पूरा करेगी. उन्होंने कहा ‘नई सरकार इन सभी कार्यों को आगे बढ़ाएगी’.
कभी-कभी राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कहीं न कहीं कोई बड़ा उद्देश्य रहा होगा, कभी-कभी राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है, लेकिन यह सब किसी न किसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए होता है. शिवराज सिंह ने कहा कि वर्तमान की बीजेपी सरकार सभी वादों को पूरा करेगी. यह कोई कांग्रेस की सरकार नहीं है, बल्कि बीजेपी की सरकार है. चुनाव के दौरान किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे. शिवराज सिंह ने कहा कि दर्शकों में शामिल बच्चे ‘मामा’ के प्रति अपना प्यार दिखाने आए थे.
जानकारी दें कि सभा स्थल पर पहुंचे शिवराज के स्वागत में भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं और महिलाएं भी पहुंची. शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा सीट से 1.04 लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीता था. 17 नवंबर को मध्य प्रदेश में विधानसभा के लिए चुनाव हुए थे. भाजपा ने 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें हासिल कीं और राज्य में सत्ता बरकरार रखी.