Nitish Kumar Controversial Statement On Population Control: बिहार विधानसभा के पटल पर बिहार के मुख्यमंत्री ने लड़का-लड़की वाला सेक्स एजुकेशन का पाठ ऐसा पढ़ाया है कि पटना से लेकर दिल्ली तक सेक्स एजुकेशन को लेकर तरह-तरह की बातें शुरू हो गई हैं. सोशल मीडिया पर सुशासन बाबू को जमकर ट्रोल भी किया जा रहा है. नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर है. इन सब के बीच सवाल यह उठता है कि क्या एक मुख्यमंत्री को ऐसा बयान सदन के पटल पर देना चाहिए. क्या बिहार सीएम का यह बयान सदन की कार्रवाई में शामिल होगा या हटा दिया जाएगा.
दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर मंगलवार (7 नवंबर) को विधानसभा में जो बातें कहीं वो शायद ही आज से पहले किसी मुख्यमंत्री ने कही होंगी. सुशासन बाबू यानी नीतीश कुमार का जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जितना विवादास्पद बयान था, उससे ज्यादा उनके हाथों का आपत्तिजनक इशारा था. बता दें कि बिहार के सीएम ने जितनी गंदी बातें बिहार विधानसभा में कही वह यहां लिखा जाना भी उचित नहीं है. नीतीश के कुमार के इस बयान के बाद से सियासी हलचल तेज हो गई है. पक्ष-विपक्ष की तरफ से इसको लेकर तरह-तरह के विवादित बयान सामने आ रहे हैं.
#WATCH | Opposition leaders protest inside Bihar Assembly over CM Nitish Kumar's derogatory words he used to explain the role of education and the role of women in population control. pic.twitter.com/TdOe7qEv9N
— ANI (@ANI) November 8, 2023
बीजेपी ने लगाया ये आरोप
बिहार के सीएम नीतीश के बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है. बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस बात को सीएम और अच्छे तरीके से कह सकते थे. इतना ही नहीं सीएम ने जो कहा उसे सुनकर बीजेपी की एमएलसी निवेदता सिंह रोने तक लगीं. सदन से बाहर आने पर निवेदता सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को शर्मसार करने का काम किया है. वहीं, बीजेपी MLC निवेदता सिंह ने कहा कि हम मां, बहन, पत्नी और बेटी हैं. वो भी एक पिता हैं. सदन में इस तरह का गंदा बयान देना कही से उचित नहीं है. बीजेपी नेत्री ने कहा कि सदन में महिला विधायक और एमएलसी मौजूद थीं, जिसका ख्याल नीतीश कुमार ने नहीं किया. मुख्यमंत्री बोल रहे थे और हम सभी उनकी बातों को सुन रहे थे. मैं तो सदन से बाहर निकल गई. अगर चाहती तो सीएम को जवाब देकर बाहर आती, लेकिन हमारे नेता चुप थे इसलिए मैं भी चुप रही.
जनसंख्या नियंत्रण के चक्कर में खुद का कंट्रोल खो बैठे सुशासन बाबू…बीजेपी एमएलसी निवेदिता सिंह ने बताया संगत का असर? pic.twitter.com/Hy4g3xDzOl
— Ujjwal K Rai (@Ujjwallive) November 8, 2023
बिहार के भार नीतीश कुमार
नीतीश कुमार के इस बयान पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भला कोई इतना गंदा और नंगा हो सकता है क्या? बिहार विधानसभा के बाद विधान परिषद में महिला और पुरुष के संबंधों का घृणित और निकृष्ट शब्दों में पोस्टमार्टम करके नीतीश कुमार ने अपना चरित्र और चेहरा उजागर कर दिया. महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं के प्रति अपनी घटिया सोच का साक्ष्य दिया है. बिहार के भार नीतीश कुमार…
भला कोई इतना गंदा और नंगा हो सकता है क्या?
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) November 7, 2023
बिहार विधानसभा के बाद विधान परिषद में महिला और पुरुष के संबंधों का घृणित और निकृष्ट शब्दों में पोस्टमार्टम करके नीतीश कुमार ने अपना चरित्र और चेहरा उजागर कर दिया। महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं के प्रति अपनी घटिया सोच का साक्ष्य दिया… pic.twitter.com/yuGMAYXdY1
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सेक्स एजुकेशन को लेकर जो महिलाओं को शर्मशार करने वाला बयान दिया वह शायद ही आज तक किसी सीएम ने विधानसभा के अंदर दिया हो, ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या कि क्या एक मुख्यमंत्री को ऐसा बयान सदन के पटल पर देना चाहिए? क्या बिहार सीएम का यह बयान सदन की कार्रवाई में शामिल होगा या हटा दिया जाएगा? जोकि इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. हालांकि इसका निर्णय विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ही लिया जा सकता है कि इस तरह के सेक्स एजुकेशन की बात उचित या अनुचित.
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