‘कुछ मान्यताओं तक सीमित नहीं..’ Rahul Gandhi ने हिंदू धर्म को किया परिभाषित

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Rahul Gandhi Article On Hindu: देश भर में सनातन धर्म (Sanatan Dharm Row) पर विवाद छिड़ा है. तमाम विपक्षी नेता सनातन और हिंदू धर्म को लेकर बयानबाजी कर रहें हैं. हाल ही में तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद ये मामला और बढ़ गया. अब हिंदू धर्म को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टिप्पणी सामने आई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हिंदू धर्म (Hindu) को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लेख पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने हिंदू धर्म को परिभाषित किया है.

सत्यम् शिवम् सुंदरम्
राहुल गांधी ने अपने ऑर्टिकल का शीर्षक सत्यम् शिवम् सुंदरम् दिया है. उन्होंने इस लेख को शेयर करते हुए लिखा, “सत्यम् शिवम् सुंदरम् एक हिंदू अपने अस्तित्व में समस्त चराचर को करुणा और गरिमा के साथ उदारतापूर्वक आत्मसात करता है, क्योंकि वह जानता है कि जीवनरूपी इस महासागर में हम सब डूब-उतर रहे हैं. निर्बल की रक्षा का कर्तव्य ही उसका धर्म है.”

जिंदगी का नाम प्रेम और उल्लास
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने लेख में लिखा, “ज़िंदगी, प्रेम और उल्लास का, भूख और भय का एक महासागर है. इसकी खूबसूरत, भयावह, शक्तिशाली और सतत परिवर्तनशील लहरों के बीच हम जीने का प्रयास करते हैं. इस अथाह महासागर में जहां प्रेम और उल्लास है. वहीं, भय भी है, जिस व्यक्ति में अपने भय की तह में देखने का साहस है. वही, असली हिन्दू है. राहुल आगे लिखते हैं कि यह कहना कि हिन्दू धर्म केवल सांस्कृतिक मान्यताओं तक ही सीमित है, गलत होगा.”

सभी से प्रेम करते हैं हिंदू
राहुल गांधी ने अपने लेख में इस बात को भी लिखा है कि हिंदू सभी से प्रेम करते हैं. उन्होंने लेख में लिखा, “एक हिन्दू में अपने भय को देखने और उसे स्वीकार करने का साहस होता है, जीवन की यात्रा में वह भयरूपी शत्रु को मित्र में बदलना जानता है, भय उस पर हावी नहीं हो पाता. हिन्दू, सभी से प्रेम करता है वह जानता है कि महासागर में तैरने के सबके अपने-अपने तरीके हैं.”

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