Ram Mandir Politics: अयोध्या राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सियासी पारा हाई है. प्रभु श्री राम के नाम पर पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर तीखी बयान बाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. बीते दिन कांग्रेस आलाकमान की तरफ से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया गया. इसको लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर होती नजर आ रही है. वहीं, कांग्रेस के अयोध्या न जाने का फैसला उसके पार्टी में ही विवाद पैदा कर रहा है.
जानिए पूरा मामला
बता दें कि बीते बुधवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया. वहीं, इसको लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के इस फ़ैसले को दुखद बताया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने तो RSS व VHP की तारीफ भी की है. वहीं, कांग्रसे ने इस कार्यक्रम को आरएसएस और बीजेपी का इवेंट बताया था. कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के मत पार्टी से अलग नजर आ रहे हैं, जो कहीं ना कहीं कांग्रेस में दरार डाल सकती है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम का टूटा दिल
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा “भगवान राम सबके हैं, मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने का ये फैसला बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिनके ऐसा फ़ैसला कराने में अहम भूमिका निभाई है, इस फ़ैसले से पार्टी के कार्यकर्ताओं का दिल टूट गया है. राम मंदिर और भगवान राम सबके हैं, राम मंदिर को भाजपा का समझ लेना दुर्भाग्यपूर्ण हैं, राम मंदिर को बीजेपी का मानना गलत हैं. राम मंदिर को आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद का मान लेने दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे पूरा भरोसा है कि कांग्रेस हिन्दू विरोधी पार्टी नहीं है, कांग्रेस राम विरोधी पार्टी नहीं हैं, ये कुछ लोग है जिन्होंने ये फैसला कराने में अहम भूमिका निभाई है, ये गंभीर विषय है, आज मेरा दिल टूट गया है. इस फ़ैसले से करोड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल टूटा हैं, उन कार्यकर्ताओं का, उन नेताओं का जिनकी भगवान राम में आस्था है.”
#WATCH | Congress rejects Ram temple invitation, party leader Acharya Pramod Krishnam says, “Congress is not against Lord Ram and Hindus. Sadly, some people who have played a role in the party taking this decision. This decision has broken the hearts of many party workers. This… pic.twitter.com/635kOOmaR4
— ANI (@ANI) January 10, 2024
कांग्रेस के मंत्री ने की RSS व VHP की तारीफ
हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने RSS और विश्व हिंदू परिषद की तारीफ भी कर दी है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा- “मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं हिमाचल के उन कुछ लोगों में से एक हूं जिन्हें राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का निमंत्रण मिला है. यह जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है. मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद को मुझे और मेरे परिवार को अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं.
VIDEO | “I am blessed to be one of the few people in Himachal who have received an invitation for ‘Pran Pratishtha’. It’s a once-in-a-lifetime opportunity, and I want to thank Rashtriya Swayamsevak Sangh and Vishwa Hindu Parishad for giving me and my family a chance to be a part… pic.twitter.com/GSOCbNaNUX
— Press Trust of India (@PTI_News) January 11, 2024
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ये नेता भी भड़के
गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सीनियर नेता अर्जुन मोढवाडिया ने भी कांग्रेस पार्टी द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकराने पर कहा है कि पार्टी को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था. भगवान श्री राम आराध्य देव हैं. यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है.
राम मंदिर से किसे मिलेगा फायदा
गौरतलब है कि राम मंदिर उद्घाटन को लेकर विपक्ष की तमाम पार्टियों द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की जा रही है. राम मंदिर को लेकर राजनीतिक विवाद तुल पकड़ता जा रहा है. वहीं, इस विवाद में कांग्रेस घिरती हुई नजर आ रही है. कांग्रेस पार्टी के खुद के नेता ही उनके बातों को मानने से इंकार करते नजर हैं. इसमें भी दो राय नहीं है कि राम मंदिर उद्घाटन से बीजेपी को लोकसभा चुनाव में बड़ा फायदा होने वाला है. लेकिन भगवान राम को लेकर कांग्रेस की इस राजनीतिक से कहीं ना कहीं इसके खुद के वोट बैंक पर भी सेंध लग सकता है.
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