स्वामी प्रसाद मौर्य को ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद ने भेजा बुर्का, पहनकर हकीकत दिखाने की कही बात

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Swami Prasad Maurya News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) पिछले कुछ समय से अपने हिंदू विरोधी बयानों को लेकर चर्चा में बने हैं. रामचरितमानस (Ramcharit Manas Row) पर विवादित बयान देकर चर्चा में आए स्वामी लगातार सनातन विरोधी बयान दे रहे हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों से सनातन समाज में काफी नाराजगी देखी जा रही है.

अब वाराणसी (Varanasi) में ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद (Gyanvapi Mukti Mahaparishad) ने सपा नेता मौर्य पर पलटवार किया है. महापरिषद ने उनको बुर्का भेजा है साथ ही कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य इसे पहने ताकी उनकी वास्तविक पहचान हो सके.

बुर्का भेजने को लेकर ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के संयोजक राजा आनंद ज्योति सिंह ने सपा नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि वो केवल देश में विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं. ये समाज के लिए सही नहीं है.

उन्होंने कहा कि मौर्य केवल राजनीतिक स्वार्थ के लिए बीजेपी के साथ आए थे, फिर वो बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हो गए. राजा आनंद ज्योति सिंह ने आगे कहा कि स्वामी मौर्य जब बीजेपी में थे तब जय श्रीराम के नारे लगाते थे, अब सनातन विरोधी बयानबाजी कर रहे हैं.

ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद ने भेजा बुर्का
महापरिषद ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर कहा कि हम उनके सनातन विरोधी बयानों से तंग आ गए हैं, जिस वजह से हमने उनको बुर्का भेजा है. वो बुर्का पहनकर हिन्दू समाज के सामने आएं. इससे उनकी असली पहचान हो सकेगी. जब वो बीजेपी में थे, वो जय श्रीराम के नारे लगाया करते थे और अब गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं.

इतना ही नहीं हिन्दू समाज को गाली दे रहे हैं. महापरिषद का कहना है कि पहले बयानों को राजनीतिक मानते हुए नजर अंदाज किया,लेकिन वो लगातार अपने जुबान से जहर उगलकर हिन्दू समाज का अपमान कर रहे हैं.

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