UP Politics: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. कहा जाता है दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है. ऐसे में यहां पर एक छोटी सी भी राजनीतिक हलचल नई हवा दे देती है. कुछ ऐसा ही आज हुआ.
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदल का सिलसिला जारी है. कुछ नेता टिकट ना मिलने के बाद तो कुछ नेता टिकट कटने के बाद दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं. यूपी में सपा और बसपा के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इन सब के बीच एक बार फिर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है, आइए आपको बताते हैं कैसे…?
यूपी में सियासी हलचल तेज
दरअसल, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्वीटर) पर एक फोटो साझा की. इस तस्वीर में सपा विधायक पूजा पाल को देखा जा सकता है. फोटो शेयर करने के साथ ही डिप्टी सीएम ने लिखा, “लखनऊ स्थित कैंप कार्यालय में मा. विधायक गण श्री प्रकाश द्विवेदी जी, श्रीमती पूजा पाल जी एवं पूर्व प्रमुख श्री राकेश सिंह जी से शिष्टाचार भेंट की.” सपा विधायक की डिप्टी सीएम से मुलाकात के बाद प्रदेश में सियासी अटकलें तेज होने लगी हैं.
लखनऊ स्थित कैंप कार्यालय में मा0 विधायक गण श्री प्रकाश द्विवेदी जी, श्रीमती पूजा पाल जी एवं पूर्व प्रमुख श्री राकेश सिंह जी से शिष्टाचार भेंट की। @poojapalmla253 @prakashbjp_ pic.twitter.com/uEDK1vPEls
— Keshav Prasad Maurya (मोदी का परिवार) (@kpmaurya1) April 7, 2024
आपको बता दें कि पूजा पाल वर्तमान में चायल विधानसभा सीट से विधायक हैं. पूजा पाल 2022 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बीएसपी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामा था. सपा ने इनको कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से टिकट दिया था, जहां से पूजा पाल ने जीत हासिल की थी. पूजा पाल बीएसपी के टिकट से दो बार विधायक रह चुकी है. अब उन्होंने ऐसे समय पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य से मुलाकात की है, जब बीजेपी ने अभी प्रयागराज सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. ये मुलाकात अपने आप में काफी मायने रखती है.
जानिए कौन हैं सपा विधायक पूजा पाल
गौर हो कि पूजा पाल पूर्व बीएसपी विधायक राजू पाल की पत्नी है. वह वर्तमान में कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से विधायक है. इसके पहले पूजा पाल दो बार इलाहाबाद पश्चिमी सीट से विधायक रह चुकी है. बताया जाता है कि इसी सीट को लेकर अतीक अहमद ने राजू पाल की हत्या करवाई थी. अपनी शादी के नौ महीने बाद पूजा पाल विधवा हो गई थी.
कहा जाता है कि अतीक अहमद के गुर्गों ने बसपा विधायक को गोलियों से भून दिया था. राजू पाल की हत्या के बाद उनकी पत्नी पूजा पाल को मायावती ने अपने हाथों से टिकट दिया था. लेकिन, उनको हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद पूजा पाल ने 2007 और 2012 में लगातार जीत हासिल की. हालांकि, 2017 के चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा.
अतीक अहमद के गुर्गों ने बसपा विधायक को सरेआम गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद मायवती ने खुद प्रयागराज आकर अपने हाथों से पूजापाल को टिकट दिया था. हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ता है. इसके बाद 2007 और 2012 में उन्हें लगातार इस सीट से जीत मिली थी. इसके बाद पूजा पाल 2022 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बीएसपी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामा था. सपा ने पूजा पाल को कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से टिकट दिया था, जहां से उन्होंने जीत हासिल की थी. अब उन्होंने उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम से मुलाकात करके सियासी पारा बढ़ा दिया है.
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