Badminton Asia Team Championships: भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया है. रविवार को मलेशिया के शाह आलम में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत ने खेल के इतिहास में प्रतिष्ठित महाद्वीपीय टीम चैंपियनशिप का खिताब जीता है. भारतीय महिला टीम ने थाई लैंड को 3-2 से हराकर अपना पहला स्वर्ण पदक जीता है. युवा अनमोल खरब ने शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई. पीवी सिंधु, गायत्री गोपीचंद-ट्रीसा जॉली और अनमोल खबर ने फाइनल में अपने अपने मैच जीते.
𝐖𝐄 𝐀𝐑𝐄 𝐓𝐇𝐄 𝐂𝐇𝐀𝐌𝐏𝐈𝐎𝐍𝐒 🥹🫶
🇮🇳 women’s team has created history 🥳
Proud of you 🫡👑@himantabiswa | @sanjay091968 | @lakhaniarun1 #BATC2024#TeamIndia #IndiaontheRise#Badminton pic.twitter.com/0woUIiCxNK
— BAI Media (@BAI_Media) February 18, 2024
पहली बार जीता खिताब
भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने पहली बार इस टूर्नामेंट को जीता है. इससे पहले उसने एक भी पदक नही हासिल किया था. पीवी सिंधू के नेतृत्व में भारतीय महिला टीम के युवा और तेजतर्रार समूह ने थाईलैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और दो बार की कांस्य पदक विजेता थाईलैंड के खिलाफ जीत हासिल की.
जीत से पीवी सिंधु की शुरुआत
फाइनल मैच के दौरान पहला मुकाबला पीवी सिंधु और सुपानिदा केटेथोंग के बीच हुआ. चोट से उबरने के बाद अपना पहला टूर्नामेंट खेल रही पीवी सिंधु ने सुपनिंदा काटेथोंग को केवल 39 मिनट में 21-12, 21-12 से हराकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी. भारत 2-0 से आगे हो गया. इसके बाद गायत्री गोपीचंद और जॉली ट्रीसा ने तीन गेम के कड़े मुकाबले में जोंगकोलफाम कितिथाराकुल और रावविंडा प्राजोंगजाल को पराजित कर दिया. गायत्री और जॉली ने अपना हौसला बरकरार रखा और अंतिम मुकाबले में 6-11 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5 मैचों के मुकाबले के पहले डबल मैच में थाईलैंड की जोड़ी को 21-16, 18-21, 21-16 से हराया.
अनमोल ने जीता निर्णायक मुकाबला
हालांकि अश्मिता चालिहा को बुसानन ओंगबामरुंगफान से 11-21, 14-21 से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद भारतीय टीम दूसरा युगल मैच भी हार गई. इसके बाद विश्व रैंकिंग में 472वें स्थान पर मौजूद 16 साल की अनमोल खरब ने निर्णायक मैच में एक बार फिर बाजी मारी. साइना नेहवाल की फैन ने सबसे बड़े मंच पर साहस दिखाया और निर्णायक मैच में पोर्नपिचा चोईकीवोंग के खिलाफ 21-14, 21-9 से जीत हासिल करके भारत को चैम्पियन बना दिया. पोर्नपिचा दुनिया की 45वें नंबर की खिलाड़ी है.
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