ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने रचा इतिहास, क्लासिकल चेस में वर्ल्ड नबंर-1 कार्लसन को दी पटखनी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

R Praggnanandhaa: भारतीय ग्रैंडमास्‍टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने क्‍लासिकल चेस में इतिहास रच दिया है. 18 वर्षीय प्रज्ञानानंद ने स्‍टावेंजर में नॉर्वे चेस टूर्नामेंट के तीसरे दौर में वर्ल्‍ड के नबंर 1 प्‍लेयर मैग्‍नस कार्लसन को पटखनी दी है. आर प्रज्ञानानंद ने सफेद मोहरों से से खेलते हुए कार्लसन पर अपनी पहली क्लासिकल जीत हासिल की. इसके साथ ही प्रज्ञानानंद क्लासिकल चेस में वर्ल्‍ड नंबर1 खिलाड़ी को हराने वाले केवल चौथे भारतीय हैं.

चार्ट में सबसे आगे आर प्रग्गनानंद

यह युवा ग्रैंडमास्‍टर प्रज्ञानानंद के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, पिछले वर्ष वर्ल्ड कप में उनको मैग्नस कार्लसन से हार का सामना करना पड़ा था. संयोग से प्रज्ञानानंद मैग्‍नस कार्लसन को क्लासिकल चेस में हराने वाले केवल चौथे भारतीय हैं.  बुधवार, 29 मई को नॉर्वे चेस टूर्नामेंट में तीसरे राउंड के बाद अपनी अविश्वसनीय जीत के वजह से प्रज्ञानानंद चार्ट में सबसे आगे हैं.

चेस टूर्नामेंट के तीसरे राउंड में आर प्रग्गनानंद ने 9 में से 5.5 अंक प्राप्‍त किए.  जबकि अमेरिका के फैबियानो कारूआना चीन के डिंग लीरेन को हराकर दूसरा स्थान हासिल किया. अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियो कारुआना ने जीएम डिंग लिरेन पर जीत के बाद पूरे तीन अंक हासिल किए हैं. नॉर्वे चेस के ओपन सेक्शन में छह खिलाड़ियों की स्टैंडिंग में मैग्नस कार्लसन अब पांचवें नंबर पर चले गए हैं.

नॉर्वे चेस टूर्नामेंट में तीन राउंड के बाद की स्थिति

  1. आर प्रग्गनानंदा – 5.5
  2. फैबियो कारूआना – 5,
  3. हिकारू नाकामुरा – 4
  4. अलीरेजा फिरोजा – 3.5
  5. मैग्नस कार्लसन – 3
  6. डिंग लिरेन – 2.5

प्रज्ञानानंद के बारे में जानें

आर प्रग्गनानंद एक भारतीय शतरंग खिलाड़ी हैं, जिनका जन्म 5 अगस्त 2005 में हुआ था. भारत के युवा ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंद ने बेहद ही कम उम्र में अपने टैलेंट का लोहा मनवाया. साल 2022 में उन्‍होंने ग्रैंडमास्‍टर का टाइटल जीता. साल 2013 में उन्‍होंने वर्ल्ड युथ चेस चैंपियनशिप अंडर-8 का टाइटल अपने नाम किया था और सात साल की उम्र में उन्होंने FIDE Master और साल 2015 में उन्होंने अंडर-10 का टाइटल जीता था.

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