Shreyas Iyer On KKR: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया. फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने अपनी टीम को ट्रॉफी जिताने में अहम रोल निभाया. इस टूर्नामेंट में श्रेयस सबसे ज्यादा रन बनाने की लिस्ट में दूसरे स्थान पर रहे. क्रिकेटर ने बताया कि वो काफी खुश हैं, लेकिन उन्हें हमेशा इस बात का मलाल रहता है कि कई बार उन्हें वो सम्मान नहीं मिलता जिसके वो हकदार होते हैं.
श्रेयस अय्यर को है इस बात का मलाल
चैंपियंस ट्ऱॉफी में शानदार जीत हासिल करने के बाद श्रेयस अय्यर का दर्द छलका है. टीम इंडिया में अय्यर ने मिडिल ऑर्डर में अपनी जगह पक्की कर ली है. लेकिन उन्हें इस बात का मलाल है कि उन्होंने अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल-2024 में खिताब जीताया था, लेकिन उसके बाद भी उन्हें वो सम्मान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे. बता दें कि श्रेयस अय्यर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने तीसरी बार जीत हासिल की थी. इसके बावजूद फ्रेंचाइजी ने अपने कप्तान को रिटेन नहीं किया. वहीं, मेगा नीलामी में पंजाब किंग्स ने श्रेयस अय्यर को अपने साथ शामिल किया और उन्हें कप्तान बनाया.
मैंने अपने आप को परखा कि मैं कहां गलत हूं- अय्यर
चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में श्रेयस अय्यर का नाम दूसरे नंबर पर है. उन्होंने कुल 243 रन बनाए. अपने प्रदर्शन से अय्यर काफी खुश हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान अय्यर ने कहा, “मैं बेहद खुश हूं. ईमानदारी से कहूं तो मेरे लिए ये एक सफर रहा है. वनडे वर्ल्ड कप-2023 के बाद मुझे सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में से निकाल दिया गया था. मैंने अपने आप को परखा कि मैं कहां गलत हूं, मुझे क्या करना चाहिए. मुझे कितना अपनी फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए.”
श्रेयस अय्यर ने आगे कहा, “मैंने अपने आप से ये सभी सवाल किए और फिर रुटीन बनाया. इसके बाद मैंने अपनी ट्रेनिंग और स्कील्स पर काम किया. एक बार जब मुझे घरेलू क्रिकेट में लगातार मैच खेलने का मौका मिलता रहा तब मुझे पता चला कि फिटनेस मेरे लिए कितनी जरूरी है. कुल मिलाकर मैं काफी खुश हूं.”
मेरे प्रयास को तवज्जो नहीं दी जाती- अय्यर
इस दौरान श्रेयस अय्यर ने कहा कहा, “जब मैं पहचान की बात करता हूं तो ये सम्मान मिलने की बात होती है. ये उस सम्मान की बात होती है जो मैदान पर मेरे प्रयासों के एवज में मिलना चाहिए. मुझे लगता है कि कई बार मेरे प्रयास को तवज्जो नहीं दी जाती. लेकिन जब तक आपके अंदर अपने उसूलों पर चलने की ललक और जब आप सब सही करते हैं तो ये काफी जरूरी होता है और मैं यही कर रहा था.”