Olympic Order Award: कल, 26 जुलाई को पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज होने वाला है. वहीं इससे पहले भारत के लिए गर्व की बात सामने आई है. अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने ‘ओलिंपिक मूवमेंट’ में भारत के दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें ओलिंपिक ऑर्डर से सम्मानित करने का ऐलान किया है. पेरिस में 10 अगस्त को आयोजित होने वाले अवॉर्ड सेरेमनी में उन्हें इस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा.
पीएम मोदी ने दी बधाई
भारत के गोल्डन बॉय को यह अवॉर्ड मिलने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अभिनव बिंद्रा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें ‘ओलिंपिक ऑर्डर’ से सम्मानित किया जाना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, ‘अभिनव को ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया जाना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. उन्हें बधाई. चाहे एथलीट के रूप में हो या आने वाले खिलाड़ियों के लिए एक संरक्षक के तौर पर उन्होंने खेलों और ओलंपिक मूवमेंट में उल्लेखनीय योगदान दिया है. बता दें कि बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल टूर्नामेंट का गोल्ड मेडल हासिल किया था.
क्या होता है ओलंपिक ऑर्डर?
ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड किसी सख्त को दिया जाने वाला सर्वोच्च ओलंपिक सम्मान है. 10 अगस्त को पेरिस में आयोजित होने वाले 142वें आईओसी सेशन में भारतीय निशानेबाज बिंद्रा को सम्मानित किया जाएगा. इस सम्मान की स्थापना 1975 में हुई थी. शुरुआत में यह अवॉर्ड गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज कैटेगरी में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता था. लेकिन 1984 में रिव्यू के बाद आईओसी ने सिल्वर और ब्रॉन्ज की कैटेगरी को खत्म कर दिया. इसके बाद यह निर्धारित किया गया कि अब यह पुरस्कार केपल गोल्ड कैटेगरी में ओलंपिक खेलों में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को ही प्रदान किया जाएगा. आईओसी ओलंपिक की मेजबानी करने वाले राष्ट्र प्रमुखों को भी यह अवॉर्ड देता रहा है. परंपरागत रूप से आईओसी हर ओलिंपिक गेम्स के समापन समारोह में यह सम्मान प्रदान करता है.
अभिनव बिंद्रा इकलौते भारतीय
अब तक दुनियाभर में 116 हस्तियों को गोल्ड ओलिंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया जा चुका है. अभी तक इसमें सिर्फ एक भारतीय शामिल है. निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को यह अवॉर्ड ओलिंपिक आंदोलन में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया है. वह अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन की सहायता से भारतीय खेलों को आगे बढ़ा रहे हैं.
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