Sheetal Devi: भारत की 17 साल की तीरंदाज शीतल देवी ने पेरिस पैरालंपिक-2024 में राकेश कुमार के साथ मिलकर मिक्स्ड काम्पाउंड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है, जिसके बाद से ही वो सुर्खियों में बनी हुई है. शीतल देवी के इस जीत को सुनकर भारत की कार बनाने वाली कंपनी महिंद्रा के मालिक आनंद महिंद्रा को अपना एक पुराना वादा याद आ गया.
दरअसल, साल 2023 में महिंद्रा ने शीतल देवी गिफ्ट में कार देने की बात कही थी. लेकिन उस वक्त शीतल ने कहा था कि जब 18 साल की हो जाएंगी तक वो ये कार लेंगी. वहीं, पेरिस में जब शीतल ने मेडल जीता तो महिंद्रा को ये बात याद आ गई.
शीतल देवी देश के लिए प्ररेणा की मशाल
उन्होंने शीतल देवी के मेडल जीतने के पहले ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि “अद्भुत हिम्मत, कमिटमेंट और कभी न हार मानने की जिद जरूरी नहीं है कि मेडल से ही जुड़ी हुई हो. शीतल देवी आप देश के लिए प्ररेणा की मशाल हैं. एक साल पहले, आपकी जांबाजी को देखते हुए मैंने आपसे हमारी कार को कबूल करने की अपील की थी.”
Extraordinary courage, commitment & a never-give-up spirit are not linked to medals…#SheetalDevi, you are a beacon of inspiration for the country—and the entire world.
Almost a year ago, as a salute to your indomitable spirit, I had requested you to accept any car from our… pic.twitter.com/LDpaEOolxA
— anand mahindra (@anandmahindra) September 2, 2024
महिंद्रा ने आगे कहा कि “हम उस कार को आपके अनुसार बनाने को तैयार हैं. आपने कहा था कि आप इस ऑफर को 18 साल के होने के बाद स्वीकार करेंगी. आप अगले साल इस मुकाम को छू लेंगी, जिसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.
गजब है शीतल देवी की तकनीक
आपको बता दें कि शीतल देवी के दोनों हाथ नहीं हैं. वह अपने पैरों की मदद से निशाना लगाती हैं. उनकी इस तकनीक को देख हर कोई हैरान रह जाता है. वह पैरालंपिक खेलों में मेडल जीतने वाली भारत की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं. इतना ही नहीं, वह पैरालंपिक मेडल जीतने वाली देश की पहली महिला तीरंदाज भी हैं.
इसे भी पढें:-Paris Paralympics के पदक विजेताओं से पीएम मोदी ने फोन पर की बात, लेकिन अवनि लेखरा नहीं हुईं शामिल, जानिए वजह