Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती के फाइनल मैच में विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई होने से पूरे देश में मायूसी है. फाइनल मुकाबले में उतरने से पहले अयोग्य घोषित होने से पूरे देशभर में विरोध हो रहा है. विपक्ष बार-बार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. इस बीच खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने संसद में इसको लेकर बड़ा बयान दिया है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विनेश पर भारत सरकार ने कितने रुपये खर्च किए है.
पहलवान विनेश फोगाट मामले पर खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने संसद में कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ ने पहलवान को अयोग्य करार किए जाने पर कड़ा विरोध जताया है. खेल मंत्री ने कहा कि विनेश का 2 बार वजन कराया गया, विनेश फोगाट का वजन सुबह 7.10 और 7.30 बजे नापा गया. लेकिन उनका वजन 50.100 किलोग्राम पाया गया. विनेश को 100 ग्राम ज्यादा वजन होने की वजह से 50 किलोग्राम भार वर्ग में फाइनल मुकाबले में उतरने से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया.
विनेश पर सरकार ने कितने रुपए किए खर्च
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में बताया कि सरकार ने विनेश पर 70 लाख 45 हजार रुपए खर्च किए. विनेश को विश्व स्तरीय सपोर्ट स्टाफ मिला था. उन्हें विदेशी कोच भी दिया गया था. विनेश के अयोग्य घोषित होने पर भारत ने ओलंपिक संघ से इसका विरोध जताया है. वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा को भी जरुरी निर्देश दिए गए हैं.
भारत सरकार ने दिए ये निर्देश
खेल मंत्री मांडविया ने लोकसभा में कहा, “विनेश फोगाट के मामले को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की प्रमुख पीटी ऊषा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बात की है और उन्हें उचित कदम उठाने का निर्देश भी दिया है. वह अभी पेरिस में ही हैं. खेल मंत्री ने बताया कि विनेश को तैयारी के लिए हरसंभव मदद की गई. वजन तय वजन से 100 ग्राम अधिक हो जाने के कारण उनको 50 किलोग्राम वर्ग की ओलंपिक स्पर्धा से अयोग्य घोषित कर दिया गया.