भारत आत्मनिर्भर ऑटोमोबाइल निर्माण में आज बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहा है. 2014 में शुरू किए गए “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम ने इस क्षेत्र को नई दिशा दी है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पिछले दशक में नीतिगत सुधारों, वित्तीय...
पिछले 5 वर्षों में मजबूत लागत प्रतिस्पर्धात्मकता और बाजार आकर्षण का प्रदर्शन करने के बाद भारत संभावित रूप से रसायनों के लिए वैश्विक आपूर्ति केंद्र के रूप में उभर सकता है, भारतीय रासायनिक परिषद के सहयोग से जारी मैकिन्से...
Three-Wheeler Export: भारत के तिपहिया वाहनों के निर्यात में 2024 में पुनरुत्थान की संभावना है, जिसके कई कारण हैं, जैसे श्रीलंका, केन्या और नेपाल जैसे प्रमुख निर्यात गंतव्यों में सुधार और रुपये में गिरावट. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स...