6G Technology: रिकॉर्ड समय में सफलतापूर्वक 5जी नेटवर्क स्थापित करने के बाद भारत अब 6जी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. ऐसे में संचार मंत्रालय के उप महानिदेशक सुमनेश जोशी ने कहा कि आज के समय में सभी के पास एक बैंक खाता है जो वित्तीय ऋण या सूक्ष्म ऋण, सूक्ष्म बीमा, म्यूचुअल फंड और यहां तक कि शेयर-संबंधित उत्पादों जैसी नवीन सेवाओं के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाता है.
उन्होंने कहा कि हमें अपनी तरफ से बनाए गए इकोसिस्टम का फायदा उठाना है. आज हम केवल 5, 10 या 15 रुपये का ही लेन-देन कर पाते हैं. अब हम बिना स्मार्टफोन, बिना क्यूआर कोड के भुगतान करने के बारे में सोच सकते है. वहीं, आधार आधारित भुगतान अगला तार्किक कदम है, लेकिन आज सभी को जोड़ना समय की मांग है. जोशी ने आगे कहा कि भारत की तरफ से दुनिया में सबसे तेज 5जी नेटवर्क स्थापित किया गया है और 6जी में भी आगे बढ़ने की तैयारी की जा रही है.
भारत ने उठाया महत्वपूर्ण कदम
इसके साथ ही भारत के नंबर दिखाने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं, जो फर्जी कॉल से निपटने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि वास्तविक समय डेटा साझा करने के लिए इकोसिस्टम भागीदारों के बीच सहयोग की जरूरत होती है, चाहे वह फिनटेक उद्योग हो, संचार हो या भारत सरकार, पुलिस, राज्य सरकार हो. जिससे भी कुछ हो रहा हो तो हम तुरंत कार्रवाई कर सकें.
विकसित राष्ट्र के लिए वित्तीय संस्थाओं की जरूरत
वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक के उपगवर्नर आर गांधी ने कहा कि हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बड़े की संख्या में वित्तीय संस्थाओं की जरूरत है. ऐसे में हमें अधिक बैंकों और वित्त कंपनियों को लाइसेंस देना चाहिए. साथ ही हमें सचेत रूप से चुनिंदा बैंकों और वित्तीय संस्थानों को बड़ा बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. हमें अधिक विभेदित और विशिष्ट बैंकों और विशेषज्ञ बैंकों,निवेश बैंकों, डिजिटल-दुनिया भर के बैंकों और गोल्ड बैंकों की आवश्यकता है.
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