Fuel Saving Tips: आज के मंहगाई के समय में जहां घरेलू समान मंहगे हो रहे है, वहीं पेट्रोल और डीजल के भी दाम आसमान छू रहे है. ऐसे में वाहन चालको के लिए इंधन बचाना बेहद ही आवश्यक हो गया है. आज के समय में फ्यूल एफिशिएंसी में सुधार से न केवल ड्राइवर का पैसा बचाया जा सकता है, बल्कि हवा में कम उत्सर्जन के वजह से तेल आयात पर देश की निर्भरता को कम करने में भी मदद मिलती है, और पर्यावरण को भी लाभ होता है. ऐसे में आज हम इस लेख में आपको बताने जा रहे है कि कैसे आप अपनी गाड़ी के माइलेज को बढ़ा सकते है. तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है.
इन कुछ आसान से टिप्स को करें फॉलों
पैडल पर अधिक जोर न दें
वाहन चालक ध्यान दें कि तेज गति से गाड़ी चलाना, ब्रेक लगाना और तेज एक्सीलरेशन सभी फ्यूल की बर्बादी करते हैं. इसके वजह से पर्यावरण को तो नुकसान होता ही है, इसके साथ ही फ्यूल खर्च भी बढ़ता है.
Fuel Saving Tips: धीरे चलें
यदि एक ड्राइवर 80 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की स्पीड से गाड़ी चला रहा है तो इससे भी ईधन की खपत बढ़ जाती है. बता दें किे गाड़ी की तेज स्पीड से ईंधन की बचत 7 प्रतिश्त से 14 प्रतिश्त तक कम हो सकती है. इसलिए वाहन चालक को यह सुनिश्चित करना होगा कि ओवरस्पीडिंग न करें, ऐसा करने से आपको वाहन की माइलेज बढ़ाने में मदद मिलेगी.
कम करें गाड़ी का एक्स्ट्रा वजन
आपकी कार में प्रत्येक करीब 46 किलोग्राम वजन, माइलेज को 1 प्रतिश्त तक कम कर देता है. इसमें बड़ी गड़ियों की तुलना में छोटी गाड़ियां बढ़े हुए वजन से अधिक प्रभावित होती हैं. यहीं वजह है कि वाहन चालको को सलाह दी जाती है कि वाहन पर ज्यादा भार डालने से बचना चाहिए..
क्रूज कंट्रोल का करें इस्तेमाल
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उपयुक्त परिस्थितियों में क्रूज कंट्रोल का इस्तेमाल करने से माइलेज में 14 फीसदी तक सुधार किया जा सकता है. हालांकि खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में यात्रा के दौरान क्रूज़ कंट्रोल के यूज से परहेज करना चाहिए.
इस समय कार को करें ऑफ
अगर आप कहीं जा रहें है और ट्रैफिक होने या किसी अन्य कार्यो के लिए आपको रुकना पड़ता है तो इस स्थिति में गाड़ी को बंद कर देना चाहिए. वहीं एयर कंडीशनिंग के इस्तेमाल के आधार पर, एक खड़ी गाड़ी एक घंटे में आधा लीटर से ज्यादा फ्यूल बर्न कर सकती है.
वाहन के टायर में प्रेशर की करें जांच
बता दें कि आप अपनी गाड़ी के मेंटेनेंस पर जरा सा ध्यान देके उसके माइलेज को बढ़ाया जा सकता है. इसलिए मौसम के खराब होने के स्थिति में टायर प्रेशर की हमेशा जांच करते रहना चाहिए.