BharOS:आज के समय में दिन प्रति दिन टेक्नोलॉजी में विस्तार होता जा रहा है. ऐसे में ही अब भारत में अपना स्वदेशी आपरेटिंग सिस्टम तैयार हो रहा है, जिसका नाम BharOS दिया गया है और ये जल्द ही देश में लॉन्च किया जाएगा. दरअसल, आईआईटी मद्रास-इनक्यूबेटेड स्टार्टअप, भारओएस द्वारा विकसित नया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है.
दरअसल, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित और गोपनीयता और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के साथ डिजाइन किए गए भारओएस का लक्ष्य सरकार और सार्वजनिक प्रणालियों के लिए एक स्वतंत्र और ओपन-सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम बनाना है. आपको बता दें कि BharOS, राउटर्स तक अपनी टेक्नोलॉजी का विस्तार करने के बारे में विचार कर रहा है. ऐसे में चलिए जानते है कि आगामी दिनों में कंपनी किन किन सिस्टम पर काम कर रही है.
BharOS देगा राउटर को पावर
कनेक्टिविटी बुनियादी ढांचे में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, लैपटॉप, डेस्कटॉप और राउटर को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. (BharOS) मुख्य रूप से विभिन्न हार्डवेयर के साथ कंपैटिबिलिटी सॉफ्टवेयर है, जो मोबाइल फोन के जैसा काम करता है, जिसमें एक ऐप स्टोर और अपडेट रिसीव करने वाले ऐप्स होते हैं. रिपोर्ट के अनुसार यह सॉफ्टवेयर अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे टैबलेट, लैपटॉप, IoT डिवाइस और राउटर तक अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाता है.
क्या है BharOS
आपको बता दें कि BharOS एक फ्री और ओपन-सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) है. इसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (IIT) ने डिजाइन किया है. इजना ही नहीं ये नो डिफॉल्ट ऐप्स (NDA) के साथ आता है. इसका मतलब यह है कि इसमें कोई पहले से डाउनलोडेड ऐप्स नहीं हैं. यूजर जिनका वे इस्तेमाल करना चाहते हैं वो उन ऐप्स को डाउनलोड कर सकते हैं.
AOSP पर आधारित है BharOS
इसकी खास बात ये है कि BharOS एंड्रॉयड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) पर आधारित है, जो कुछ हद तक Google के Android ऑपरेटिंग सिस्टम के समान बनाता है. हालांकि एंड्रॉयड और BharOS के बीच बड़ा अंतर यह है कि इसमें कोई प्री-इंस्टॉल्ड ऐप नहीं है. इससे यूजर्स को अपनी पसंद का किसी भी ऐप को डाउनलोड करने की सुविधा मिलती है.
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