Google Layoff: पिछले कुछ समय से टेक सेक्टर में छंटनी रफ्तार पकड़े हुए है. कई दिग्गज कंपनियां अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है. इसी कड़ी में आईटी सेक्टर की बड़ी ग्लोबल कंपनी गूगल ने इस साल की पहली छंटनी का ऐलान कर दिया है. रीस्ट्रक्चरिंग के नाम पर गूगल कई एम्पलाइज को बाहर का रास्ता दिखाएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) रूथ पोराट ने मेमो के जरिए इसकी सूचना दी और कंपनी के नए प्लान के बारे में बताया. बता दें, कुछ समय पहले गूगल के सीईओ सुदंर पिचाई ने भी छंटनी को लेकर बयान दिया था.
क्या है गूगल का प्लान?
मेमो में कहा गया कि टेक सेक्टर एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है और एआई की ओर जा रहा है. एक कंपनी के रुप में यह हमारे लिए एक मौका है, जिसमें हम नए और मददगार प्रोडक्ट्स के माध्यम से अरबों यूजर्स की मदद कर सकते हैं और अच्छे सॉल्यूशंस मुहैया करा सकते हैं. लेकिन इसका मतलब यह भी है कि हमें कुछ सख्त फैसले लेने होंगे, जिसमें ये भी शामिल है कि हमें किन क्षेत्रों को अधिक महत्व देना है. आगे रूथ पोराट ने मेमो में कहा कि हमें कुछ प्रतिभाशाली टीम साथियों और दोस्तों को अलविदा कहते हुए दुख हो रहा है, जिनकी हम परवाह करते हैं और हम जानते हैं कि यह बदलाव बहुत मुश्किल है.
छंटनी का किन कर्मचारियों पर होगा असर?
फिलहाल गूगल ने इसका खुलासा नहीं किया है कि आखिर कितने एम्पलायज को निकाला गया है. लेकिन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस लेऑफ का सबसे ज्यादा असर फाइनेंस डिवीजन के लोगों पर हुआ है. इस छंटनी का असर एशिया, यूरोप, मध्यमपूर्व में गूगल के एम्पलाइज पर होगा. रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी बेंगलुरु, डबलिन, मैक्सिको सिटी, अटलांटा और शिकागो में केंद्रीय हब भी बनाने जा रही है.
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