PM Modi On Deepfake: 21वीं सदी के लिए खतरा बना AI, Deepfake को लेकर पीएम मोदी ने जारी की चेतावनी

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PM Modi On Deepfake: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने (Narendra Modi) अपने भाषण में डीपफेक (Deepfake) पर चेतावनी जारी की. AI के बढ़ते दुरूपयोग के बीच उन्होंने लोगों से इसके पॉजिटिव इस्तेमाल की अपील की है. उन्होंने कहा, “डीपफेक पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है. एआई टूल्स का आतंकियों के हाथों में जाना भी एक खतरा है. अगर आतंकी संगठनों को एआई हथियार मिल गए तो इसका वैश्विक सुरक्षा पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा. हमें योजना बनाने की जरूरत है इससे कैसे निपटें.” आइए जानते हैं कि डीपफेक चर्चा में क्यों है और इसका कैसे इस्तेमाल किया जाता है…

21वीं सदी को कर सकता है नष्ट
पीएम मोदी ने AI के नकारात्मक और सकारात्मक प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कई सकारात्मक प्रभाव हैं, लेकिन इसके कई नकारात्मक असर भी हैं, जो चिंता का विषय है. 21वीं सदी के विकास में AI सबसे बड़ा टूल बन सकता है, लेकिन ये 21वीं सदी को नष्ट करने में भी सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है.”

क्या है डीपफेक?
Deepfake एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तस्वीरों, ऑडियो और वीडियो में हेरफेर कर सकता है. ये ऐसी तकनीक है जिसमें किसी व्यक्ति का चेहरा या वीडियो दूसरे व्यक्ति के चेहरा लगाकर बदल दिया जाता है. जिसकी पहचान कर पाना मुश्किल होता है. ऐसी वीडियो बनाने के लिए टेक्नोलॉजी कोडर और डिकोडर की मदद ली जाती है. कुछ संकेतों की मदद से इन फेक वीडियो की पहचान की जा सकती है.

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कैसे आया चर्चा में
सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से पीएम मोदी का एक डांस वीडियो खूब वायरल हो रहा था. जिसमें पीएम मोदी को कुछ महिलाओं और एक व्यक्ति के साथ डांस करते देखा गया. जब इस वीडियो की जांच की गई तो ये फेक निकला. हाल ही में एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना की भी एक डीपफेक वीडियो बनाई गई. इस वीडियो ने हर किसी को हैरान कर दिया था. AI के आने के बाद ऐसे मामलों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.

कैसे करें पहचान

  • जो भी डीपफेक वीडियो होती हैं वो थोड़ी अन-नैचुरल लग सकती हैं. जैसे चेहरे का एक्सप्रेशन या शेप अलग दिख सकता है.
  • वीडियो में फेस का कुछ पार्ट, आंख या बाल अनक्लियर हो सकता है. क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल चेहरे को सटीक रूप से एडिट नहीं कर सकता.
  • वीडियो में लिप्स, आईब्रो के मूवमेंट को देखकर भी इसकी पहचान की जा सकती है.

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