Baisakhi 2025 Wishes: बैसाखी पर्व सिख समुदाय का विशेष पर्व है. सिख समुदाय इसे नववर्ष के रूप में मनाते हैं. आज देशभर में बैसाखी बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाई जा रही है. बैसाखी पर्व रबी की फसल पकने का भी प्रतीक है. इस दिन फसल पकने के लिए लोग भगवान को धन्यवाद देते हैं.
इस दिन सिख समुदाय के लोग एक दूसरे को नए साल की बधाई देते हैं. ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ खास संदेश लेकर आए हैं, जिसे भेजकर आप अपने प्रियजनों को बैसाखी की लख-लख बधाइयां दे सकते हैं.
Baisakhi 2025 Wishes
- आज है दिन खुशी मनाने का,
हो जाओ सब तैयार,
काट के फसल भोग गुरूद्वारे लगाने को,
सब को मुबारक हो किसान का त्यौहार! - न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन.
बैसाखी की बधाई! - आई है बैसाखी खुशियों के साथ
मस्ती में झूम और खीर-पूरी खा
और ना कर तू दुनिया की परवाह
बैसाखी की लख-लख बधाई. - बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई,
तो भंगड़ा पाओ, और सब मिलकर खुशियां मनाओ! - सुबह-सुबह उठ के हो जाओ फ्रेश,
पहन लो आज सबसे अच्छा कोई ड्रेस,
दोस्तों के साथ अब चलो घूमने,
बोल दो बैसाखी की शुभकामनाएं
जो आए आपके सामने!
बैसाखी की लख-लख बधाई आपको जी! - तुस्सी हंसदे ओ सानू हंसान वास्ते,
तुस्सी रोन्ने ओ सानू रुआण वास्ते,
इक वार रुस के ते विखाओ सोणेयो,
मर जावांगे तुहाणूं मनान वास्ते. - सुबह से शाम तक वाहे गुरु की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन,
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन. - नए दौर, नए युग की शुरुआत,
सत्यता, कर्तव्यता हो सदा साथ,
बैसाखी का यह सुंदर पर्व,
सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ! - बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई
तो भंगड़ा पाओ, खुशी मनाओ
मिलकर सब बंधु भाई. - सुबह से शाम तक वाहे गुरु की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा
एक पल न गुजरे खुशियों बिन
बैसाखी की शुभकामनाएं. - नए दौर, नए युग की शुरुआत
सत्यता, कर्तव्यता हो सदा साथ
बैसाखी का यह सुंदर पर्व
सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ
बैसाखी की लख-लख बधाई. - नच ले गाले सबके साथ,
आई है बैसाखी लेकर खुशियों की सौगात,
मस्ती में झूम और खीर पूड़े खा,
सिर पर सदा बना रहे वाहे गुरु का हाथ. - खुशियां और आपका जनम-जनम का साथ हो
हर किसी की जुबान पर आपकी ही बात हो
जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी,
तो आपके सिर पर वाहे गुरु का हाथ हो.