Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है. जिसका समापन 7 अप्रैल को होगा. भक्त इन नौ दिनों तक व्रत रखकर माता रानी का विधि-विधान से पूजन करते हैं. इस दौरान लगभग हर मंदिर में भजन गाए जाते है. मान्यता है नवरात्रि में भजन गाने से माता की विशेष कृपा होती है. इसलिए हम आपके लिए माता रानी के भजन लेकर आए हैं.
1- चलो बुलावा आया है….
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है-3
ऊंचे पर्वत पर रानी मां ने दरबार लगाया है,
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है-2
सारे जग मे एक ठिकाना, सारे गम के मारो का,
रास्ता देख रही है माता, अपने आंख के तारों का,
मस्त हवाओं का एक झोखा यह संदेशा लाया है.
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है-2
जय माता दी… जय माता दी…
जय माता की कहते जाओ, आने जाने वालो को,
चलते जाओ तुम मत देखो अपने पीछे वालों को,
जिस ने जितना दर्द सहा है, उतना चैन भी पाया है,
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है-2
जय माता दी… जय माता दी…
वैष्णो देवी के मन्दिर में, लोग मुरादे पाते हैं,
रोते रोते आते है, हस्ते हस्ते जाते हैं,
मैं भी मांग के देखूं, जिस ने जो मांगा वो पाया है,
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है-2
जय माता दी… जय माता दी…
मैं तो भी एक मां हूं माता, मां ही मां को पहचाने,
बेटे का दुःख क्या होता है, और कोई यह क्या जाने,
उस का खून मे देखूं कैसे, जिसको दूध पिलाया है,
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है-4
2- ओ मां शेरावाली…
ओ मां शेरोवाली…ओ मां शक्तिशाली
मां मेरी मां से मिला दे मुझे,
ममता का मैं वास्ता दे तुझे,
दर से न तेरे जाऊंगा खाली,
ओ मां शेरोंवाली ओ मां शक्तिशाली…
मां मेरी मां से मिला दे मुझे,
ममता का मैं वास्ता दे तुझे,
दर से न तेरे जायूंगा खाली,
मां शेरोंवाली ओ मां शेरोंवाली…
मां चुप है बेटा रोता है, ऐसा जग में कब होता है-2
पत्थर के मंदिर में रहकर दिल,
दिल भी क्या तेरा मां हो गया पत्थर-2
तेरी दया को जग दूंगा रोकर,
मैं तुझको रुला दूंगा,
पिघलेगी कब तू पहाड़ोंवाली,
मां शेरोंवाली ओ मां शेरोंवाली-2
सब की माता तब तुझे…मानु मेरा दुःख पहचाने तोह जानू -2
जो न दिखाई मां की सूरत,
उठा ले जायूंगा मैं तेरी मूरत-2
सब कुछ है धनवालों,
का निर्धन के बस मात पिता,
दौलत यह मेरी क्यों तूने छुपा ली,
मां शेरोंवाली ओ मां शेरोंवाली-2
अपने भक्तों की तुझको कसम,
दिल के सच्चों की तुझको कसम,
तेरे बच्चों की तुझको कसम,
न अपनों को दे यह सजा,
अपने भक्तों की तुझको कसम,
दिल के सच्चों की तुझको कसम,
तेरे बच्चों की तुझको,
कसम न अपनों को दे यह सजा,
ओ मां शेरोंवाली ओ मां शक्तिशाली-2
त्रिशूल तेरा उठा लूंगा चरणो,
पे सर को चढ़ा दूंगा,
रंग देगी तुझको लहू की लाली,
मां शेरोंवाली ओ मां शेरोंवाली-2
3- दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
बोलो जय माता दी, जय हो
बोलो जय माता दी, जय हो
जो भी दर पे आए, जय हो
वो खाली न जाए, जय हो
सबके काम है करती, जय हो
सबके दुख ये हरती, जय हो
मैया शेरोवाली, जय हो
भर दो झोली खाली, जय हो
मैया शेरोवाली, जय हो
भरदो झोली खाली, जय हो
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
मेरी माँ… शेरोवालिये
पूरे करे अरमान जो सारे,
पूरे करे अरमान जो सारे,
देती है वरदान जो सारे
देती है वरदान जो सारे
दुर्गे ज्योतावालिये
देती है वरदान जो सारे
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ
सारे जग को खेल खिलाये
सारे जग को खेल खिलाये
बिछड़ो को जो खूब मिलाये
बिछड़ो को जो खूब मिलाये
दुर्गे…शेरोवालिये
बिछड़ो को जो खूब मिलाये
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ
शेरोवालिये…ज्योतावालिये…
शेरोवालिये…
4- धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार
धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार, हो मैया
ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
दुनिया तेरा नाम जापे
हो दुनिया तेरा नाम जापे
तुझको पूजे संसार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
सरस्वती महालक्ष्मी काली तीनों की तू प्यारी
गुफा के अंदर तेरा मंदिर, तेरी महिमा न्यारी
शिव की जटा से निकली गंगा, आई शरण तिहारी
आदिशक्ति आद भवानी, तेरी शेर सवारी
हे अम्बे, हे माँ जगदम्बे करना तू इतना उपकार
आये हैं तेरे चरणों में देना हमको प्यार
धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार, हो मैया
ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
ब्रह्मा विष्णु महेश भी तेरे आगे शीश झुकायें
सूरज चाँद सितारे तुझसे उजियारा ले जायें
देव लोक के देव भी मैया, तेरे ही गुण गायें
मानव करे जो तेरी भक्ति, भव सागर तर जायें
हे अम्बे, हे माँ जगदम्बे करना तू इतना उपकार
आये हैं तेरे चरणों में देना हमको प्यार
हो मैया, धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
दुनिया तेरा नाम जापे
हो दुनिया तेरा नाम जापे
तुझको पूजे संसार
हो मैया, धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
5- अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है
मंदिर में मैया के आसन लगो है
आसन पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
रोगी को काया दे निर्धन को माया
बांझन पे किरपा ललन घर आया
मोरी मैया शारद मैया बड़ी वरदानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
मैहर में ढुंढी डोंगरगढ़ में ढुंढी
कलकत्ता कटरा जालंधर में ढुंढी
विजराघव गढ़ देखनी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
मैया को भार संभाले रे पंडा
हाथो में जिनके भवानी के झंडा
झंडा पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी