दुनिया के वो देश, जहां 1 जनवरी को नहीं मनाया जाता New Year का जश्न, जानिए वजह

Divya Rai
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Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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New Year 2025: बस एक दिन के इंतजार के बाद नया साल आने वाला है. हर साल 1 जनवरी को भारत समेत तमाम जगहों पर नए साल का जश्न मनाया जाता है. कई दिन पहले से लोग इसकी तैयारियो में जुट जाते है. फस्‍ट जनवरी के सेलिब्रेशन के लिए 31 दिसंबर की रात को जगह-जगह पार्टी का आयोजन किया जाता है. शाम से ही पार्टी शुरू हो जाती है और रात 12 बजने के साथ ही न्‍यू ईयर सेलिब्रेट किया जाता है.

लेकिन क्‍या आपको पता है कि कई सारे ऐसे देश है जहां फस्‍ट जनवरी को न्‍यू ईयर न सेलिब्रेट करके किसी और दिन सेलिब्रेट किया जाता है. दरअसल, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी को नया साल मनाया जाता है. ये कैलेंडर दुनियाभर में प्रचलित है. मगर ऐसे भी कई सारे देश हैं, जिनका अपना अलग कैलेंडर है और वे उस कैलेंडर के हिसाब से नए वर्ष का जश्न मनाते है. ऐसे में चलिए जानते है कि किस देश में कब नए साल का जश्न (New Year celebration) मनाया जाता है.

चीन
दरअसल, चीन में चंद्रमा आधारित कैलेंडर को प्राथमिकता दी जाती है. ऐसा कहा जाता है कि यहां हर तीन साल में सूर्य आधारित कैलेंडर से इसका मिलान किया जाता है और इसी के हिसाब से इनका नव वर्ष 20 जनवरी से 20 फरवरी के बीच पड़ता है. बता दें कि चीन के अलावा वियतनाम, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया और मंगोलिया में भी चंद्र कैलेंडर को ही वरीयता दी जाती है और उसी के हिसाब से नव वर्ष मनाया जाता है.

थाईलैंड
आपको बता दें कि थाईलैंड में थाई नव वर्ष या जल महोत्सव 1 जनवरी को न मनाकर, अप्रैल के मध्य में मनाया जाता है. दरअसल, यहां 13 या 14 अप्रैल को नव वर्ष का जश्‍न मनाया जाता है. यहां के स्थानीय भाषा में इस दिन को ‘सोंगक्रण’ कहा जाता है. खास बात ये है कि इस दिन थाईलैंड के लोग एक दूसरे को ठंडे पानी से भिगोकर नव वर्ष की शुभकामना देते हैं.

भारत
पश्चिमी कल्‍चर को देखते हुए भारत में बेशक ही 31 दिसंबर को नववर्ष का सेलिब्रे‍शन किया जाता है और 1 जनवरी को नव वर्ष मनाया जाता है. लेकिन वास्‍तव में यहां हर धर्म का अपना एक कैलेंडर है और उसी के हिसाब से न्‍यू ईयर सेलिब्रेशन होता है. बता दें कि हिंदू धर्म के अनुसार नववर्ष चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है. ज्‍यादातर अप्रैल के महीने में पड़ता है. जबकि मुस्लिम धर्म के लोग इस्लामिक या हिजरी कैलेंडर के मुताबिक मोहर्रम महीने की पहली तारीख को नव वर्ष मनाते हैं. वहीं, सिख धर्म का नानकशाही कैलेंडर के अनुसार 14 मार्च को होला मोहल्ला नया साल होता है और ईसाई धर्म में ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से 1 जनवरी को नव वर्ष को मनाया जाता है.

कंबोडिया
कंबोडिया का न्‍यू ईयर 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन यहां के लोग शुद्धि समारोह में शामिल होते हैं. शुद्धि समारोह का मतलब होता है कि खुद को पवित्र करते हैं और धार्मिक स्थानों पर जाते हैं.

श्रीलंका
वहीं, श्रीलंका में नया साल अप्रैल महिने के मध्‍य में मनाया जाता है. यहां नए साल के पहले दिन को अलुथ अवरुद्दा कहा जाता है. इस दिन यहां के लोग प्राकृतिक चीजों से स्नान करते हैं.

इथियोपिया
इथियोपिया में नए साल को ‘एनकुतातश’ कहा जाता है जो 11 या 12 सितंबर को मनाया जाता है. इथियोपिया में इस दिन इथियोपियाई लोग गीत गाते हैं और एक-दूसरे को फूल देकर नए साल का जश्‍न मनाते हैं.

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मंगोलिया
मंगोलिया में नव वर्ष 16 फरवरी को सेलिब्रेट किया जाता है. यहां नव वर्ष का उत्‍सव पूरे 15 दिनों तक चलता है. इस दौरान, लोग पारंपरिक कपड़े पहनते हैं और पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने, कर्ज चुकाने और विवादों को सुलझाने के लिए एक जगह इकट्ठा होते हैं.

रूस, मैसेडोनिया, सर्बिया, यूक्रेन
इन देशों में पूर्वी रूढ़िवादी चर्च के लोग ग्रेगोरियन न्यू ईयर की तरह ही जूलियन न्यू ईयर 14 जनवरी को मनाते हैं. इस दिन यहां आतिशबाजी, मनोरंजन के साथ अच्छा अच्छा खाना खाया जाता है.

नेपाल
नेपाली परंपरा के अनुसार यहां हर साल 14 अप्रैल को नया साल मनाया जाता है. इस दिन नेपाल में छुट्टि रहता है. यहां के लोग पारंपरिक परिधान पहनकर इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं.

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