Nobel Prize: साल 2024 के नोबेल पुरस्कारों का एलान सोमवार से शुरू हो गया है. इसी क्रम में आज फिजियोलॉजी या मेडिसिन क्षेत्र के लिए इस सम्मान के विजेताओं के नाम का ऐलान किया गया, जिसमें अमेरिका के विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को इस सम्मान से नवाजा जाएगा. इन दोनों लोगों को माइक्रो आरएनए की खोज के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा.
वहीं, इससे पहले यानी साल 2023 में कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को चिकित्सा का नोबेल दिया गया था. इन्हें न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित उनकी खोजों के लिए इस सम्मान से नवाजा गया था. बता दें कि इस खोज के वजह से ही कोरोनावायरस यानी सीओवीआईडी-19 के खिलाफ प्रभावी एमआरएनए टीकों के विकास में मदद मिली थी.
इन दिन होगा अन्य क्षेत्रों के पुरस्कारों का ऐलान
इसके अलावा साल 2022 में स्वीडन के स्वांते पैबो को और साल 2021 में डेविड जूलियस और आर्डेन पैटामूटियम को फिजियोलॉजी या मेडिसिन के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. बता दें कि इसी क्रम में मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा होगी. जबकि शुक्रवार को नोबेल शांति पुरस्कार और 14 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा की जाएगी.
कितना मिलता है पुरस्कार?
आपको बता दें कि पुरस्कारों में 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी एक मिलियन अमेरिकी डॉलर या दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है. यह धनराशि अवॉर्ड के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से आती है. दरअसल, अल्फ्रेड नोबेल की 1896 में निधन हो गया था. वहीं, नोबेल पुरस्कार अधिकतम तीन विजेताओं को दिया जा सकता है. ऐसे में उन्हें पुरस्कार राशि को साझा करना होता है.
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