Sawan Special: शिव भक्ति का पवित्र महीना सावन, आज से शुरु हो गया है. आज 4 जुलाई, 2023 मंगलवार से इस पावन मास की शुरुआत हो चुकी है. इस बार सावन का महीना पूरे 2 महीने तक चलेगा. शिव भक्तों के लिए ये एक पावन मास है, इस माह में रखें गए व्रत से भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. सावन के ये दो महीने भोलेनाथ को समर्पित हैं. सावन के महीने में हरे रंग का विशेष महत्व होता है। इस महीने में महिलाएं हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियां पहनती हैं। ऐसा करने से उनपर भगवान शिव संग विष्णुजी की कृपा बरसती है। लेकिन क्या आपको पता है कि सावन के महीने में महिलाएं हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियां क्यों पहनती हैं? अगर आपको नहीं पता है, तो आइए जानते हैं।
भगवान शिव को प्रिय है हरा रंग
शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिवजी को हरा रंग अति प्रिय है। यह रंग प्रेम, प्रसन्नता, खुशी, सुख और सौभाग्य का प्रतीक होता है। इस महीने चारों तरफ हरियाली छा जाती है। बम भोले के जयकारे से वातावरण गूंज उठता है। चारों तरफ उत्सव जैसा माहौल रहता है। मंदिर और मठों को सजाया जाता है। शिव धुन बजती रहती है। वहीं, सुहागन महिलाएं शिवजी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए सावन के महीने में हरे रंग के वस्त्र और हरे रंग की चूड़ियां पहनती हैं। माना जाता है कि महिलाएं इस महीने में हरें रंग के सिंगार करके भगवान और प्राकृतिक को धन्यवाद देती हैं। भगवान भोलेनाथ की पूजा हरे रंग के बिल्व पत्र, भांग, धतूरा आदि चीजों से की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि हरे रंग का आवरण करने से व्यक्ति पर प्रकृति की कृपा बरसती है। सावन के महीने में हरा रंग पहनना शुभ माना जाता है।
भगवान विष्णु भी देते हैं आशीर्वाद
शास्त्रों की मानें तो प्राकृतिक को ईश्वर का रूप माना जाता है, इसलिए इस पूरे महीने हरा पहनने वालों पर प्रकृति की विशेष कृपा बनी रहती है। हरा रंग बुध ग्रह का प्रतीक होता है। भगवान शिव का प्राकृतिक से विशेष जुड़ाव है। इसलिए भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हरे रंग के वस्त्र पहनते हैं। यही नहीं सावन के महीने में हरे रंग की चूड़ियां पहनने वाली महिलाओं पर भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद बना रहता है।