Civil War Situation in Syria: सीरिया एक बार फिर से भीषण गृह युद्ध की राह पर चल रहा है, जिससे राष्ट्रपति बशर अल असद को बड़ा झटका लगा है. दरअसल सीरिया में इस्लामिक विद्रोहियों ने 8 साल बाद एक बार फिर देश के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो में अपना कब्जा जमा कर लिया है. इसके साथ ही देश के राष्ट्रपति बशर अल असद के भाई बसल अल-असद की घोड़े पर बैठी प्रतिमा को क्रेन की मदद से गिरा रहे है.
इससे पहले साल 2016 में सीरियाई सेना ने ईरान औऱ रूस के मदद से विद्रोहियों को अलेप्पो से बाहर कर दिया था. वहीं, इस ताजे मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियों भी शेयर किया गया है, जिसमें विद्रोही जश्न मनाते और गोलियां चलाते हुए दिखाई दे रहा है.
सीरिया में ढ़ाका जैसे हालात
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलेप्पो की सड़कों पर इस्लामिक विद्रोहियों को बंदूक लेकर चलते देखा गया है. सीरिया में इस समय बांग्लादेश की राजधानी ढाका के जैसे हालात है. जब बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिराने के लिए विरोधी आंदोलनकारियों ने शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को गिरा दिया था.
कई प्रमुख स्थानों से पीछे हटी सीरियाई सेना
तुर्की मीडिया के मुताबिक, सीरियाई सेना सीरिया के अंदर से हवाई अड्डे सहित अन्य कई प्रमुख स्थानों से पीछे हट गई है. ऐसे में इस्लामिक विद्रोहियों के करीब होने के वजह से एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है और इसका कंट्रोल कुर्द हथियार समूहों को सौंप दिया गया है. बता दें कि इस्लामिक विद्रोहियों के चैनल अलेप्पो टुडे ने खाली चौक में वर्दाधारी चरमपंथियों को दिखाया है.
विद्रोहियों को मिल रहा तुर्की का साथ
चरमपंथी समूह हयात तहरीर अल शाम के सेना ने सीरिया के दक्षिण में एक महत्वपूर्व सैन्य अड्डे पर अपना कब्जा कर लिया. वहीं, राजधानी दमिश्क के राजमार्ग पर एक रणनीतिक स्थान साराकिब पर भी नियंत्रण कर लिया है. बता दें कि सीरिया के विद्रोहियों को तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगान का समर्थन हासिल है.
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