Dementia: आपको भी है चीजों को भूलने की आदत, न करें नजरअंदाज, डिमेंशिया के हो सकते है लक्षण

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Dementia: डिमेंशिया किसी बीमारी का नाम नहीं हैं बल्कि ये एक लक्षणों के समूह का नाम है, जो मस्तिष्क की हानि से सम्बंधित हैं. वहीं, ज्‍यादातर लोग डिमेंशिया (Dementia) को भूलने की बीमारी के नाम  से भी जानते हैं. लेकिन आपको बता दें कि याददाश्त की समस्या इसका एकमात्र प्रमुख लक्षण नहीं है बल्कि इसके अन्‍य भी कई लक्षण है.

दरअसल, डिमेंशिया के अनेक गंभीर और चिंताजनक लक्षण होते हैं, जिसका प्रभाव डिमेंशिया से पीड़ित लोगों के जीवन के हर पहलु पर होता है. साथ ही दैनिक कार्यों में भी लोगों को समस्‍याएं होने लगती हैं और ये दिक्कतें उम्र के साथ और भी बढ़ती जाती हैं. तो चलिए जानते है कि डिमेंशिया क्या है और इसके क्या लक्षण हैं.

यह भी पढ़े:-Weather News: पहाड़ों पर बर्फबारी से बढ़ी मैदानी इलाकों में ठिठुरन, जानिए मौसम का हाल

क्या है डिमेंशिया और उसके लक्षण

हेल्‍थ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘डिमेंशिया’ शब्द लक्षणों के एक समूह का व्‍याख्‍या करता है, जो समय के साथ याददाश्त, प्रॉब्लम- सॉल्विंग, भाषा और व्यवहार को प्रभावित करता है. इसके कुछ लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं जैसे-

  • याददाश्त कमजोर होना
  • अटेंशन कम होना या चीजें प्लान करने में दिक्‍कत होना
  • बात-चीत करने में परेशानी होना, खासकर भाषा की वजह से
  • आस-पास क्या हो रहा है, यह समझने में तकलीफ होना
  • भावनाओं को काबू न कर पाना या जल्‍दी-जल्‍दी मूड में बदलाव आना
  • कुछ डिमेंशिया के मामलों में भ्रम होने की समस्या देखी जाती है.

डिमेंशिया से बचाव करने के तरीके

  • ब्लड प्रेशर को मेंटेन करें क्‍योंकि हाई ब्लड प्रेशर के कारण डिमेंशिया का खतरा अधिक होता है.
  • रोजाना एक्सरसाइज करें, इससे आपका वजन कंट्रोल रहेगा. आपको बता दें किे अधिक वजन भी डिमेंशिया के खतरे को बढ़ाता है. इसके साथ ही, यह आपके दिल के लिए भी अच्छा होता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है.
  • कोलेस्ट्रॉल लेवल को मैनेज करें. दरअसल, कोलेस्ट्रॉल की सही मात्रा से स्ट्रोक और दिल की बीमारियां होने का जोखिम कम होता है, जो डिमेंशिया होने की संभावना को कम करता है. साथ ही, ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है.
  • वहीं यदि आपको सुनने में तकलीफ होती है, तो उसका तुरंत इलाज कराएं. रिपोर्ट के अनुसार, सुनने में दिक्कत होने के कारण डिमेंशिया का खतरा बढ़ता है.
  • शराब, सिग्रेट के सेवन से बिल्‍कुल दूर रहें क्‍योंकि अधिक शराब पीने से या स्मोकिंग करने से डिमेंशिया आपको अपना शिकार बना सकता है.

More Articles Like This

Exit mobile version