Gopashtami 2023 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक माह के शु्क्ल पक्ष की अष्टमी के दिन गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन गौ माता की पूजा का विधान है. आज गोपाष्टमी है. आइए जानते हैं आज के दिन कैसे करें गाय की पूजा?
गोपाष्टमी आज
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है. इस साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत आज यानी सोमवार 20 नवंबर 2023 सुबह 05 बजकर 21 मिनट से शुरू हो गई है, जो मंगलवार 21 नवंबर 2023 सुबह 03 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. ऐसे में गोपाष्टमी का पर्व आज यानी 20 नवंबर, दिन सोमवार को मनाया जा रहा है.
गोपाष्टमी पूजा विधि
इस दिन गाय, उनके बछड़ों का विधि विधान से पूजन किया जाता है.गाय और उसके बछड़े मानव जीवन के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं. इसलिए इस दिन गाय का पूजन करके उसके प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित किया जाता है.इस दिन गाय की पूजा करके उन्हें हरा चारा खिलाएं और वस्त्र अर्पित करें. ऐसा करने से मनोकामना पूरी होती है.
जानिए इस दिन क्यों की जाती है गाय की पूजा
दरअसल,गोपाष्टमी पर्व मनाए जाने की परंपरा द्वापर युग से चली आ रही है. इस पर्व में गाय की पूजा का विधान है. पौराणिक मान्यतानुसार,भगवान श्रीकृष्ण ने कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से लेकर कार्तिक शुक्ल सप्तमी तक गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठ ऊंगली पर धारण किया था. इसके बाद आठवें दिन इंद्र देव का अहंकार खत्म हुआ और वे श्रीकृष्ण से माफी मांगने पहुंचे. जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण पुनः गोपाष्टमी के दिन गायों की सेवा में लग गए. तभी से गोपाष्टमी के दिन गायों की पूजा का विधान है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गायों की पूजा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.
गाय पूजा का महत्व
भगवान श्रीकृष्ण बाल्यावस्था में गायों संग खेला करते हैं और वे गायों की सेवा भी करते थे. वहीं, ऐसी मान्यता है कि गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है. इसलिए गाय की पूजा करने से हमें समस्त देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है.
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(Disclaimer: इस लेख में दी गई सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)