India-China: ब्राजील की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. वहीं, अब दोनों देशों के विदेशमंत्रियों के बीच वार्ता हुई है. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने G20 शिखर सम्मेलन के इतर एक बैठक में पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग की सीमाओं से सेनाओं की वापसी की प्रक्रिया की समीक्षा की.
बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास टकराव के दो बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत थी. इस दौरान भारतीय विदेशमंत्री एस जयशंकर ने वांग के साथ बातचीत के बाद कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की दिशा में उठाए जाने वाले अगले कदमों को लेकर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.
वैश्विक स्थिति पर भी हुई चर्चा
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा कि रियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सीपीसी (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) पोलित ब्यूरो के सदस्य और चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की. हमने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों से हालिया सैन्य वापसी प्रक्रिया में हुई प्रगति पर गौर किया और हमारे द्विपक्षीय संबंधों की दिशा में अगले कदमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. इसके साथ ही वैश्विक स्थिति पर भी चर्चा की.
On the sidelines of the G20 Summit in Rio, met CPC Politburo member and FM Wang Yi of China.
We noted the progress in the recent disengagement in the India-China border areas. And exchanged views on the next steps in our bilateral ties.
Also discussed the global situation. pic.twitter.com/fZDwHlkDQt
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 19, 2024
आपसी संबंधों को सुधारने में जुटें भारत-चीन
वहीं, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सीमा विवादों पर लंबे समय तक गतिरोध के बाद संबंधों में नरमी का संकेत देते हुए सीधी उड़ानें बहाल करने और भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है. एस जयशंकर के साथ बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि हमें जितनी जल्दी हो सके सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने, पत्रकारों को भेजने और वीजा की सुविधा पर ठोस प्रगति करने का प्रयास करना चाहिए.
भारत-चीन में बनी सहमति
दरअसल, सीमा विवाद को समाप्त करने के लिए भारत और चीन द्वारा एक समझौता किए जाने के बाद भारतीय और चीनी सेनाओं ने पिछले महीने डेमचोक और देपसांग में सेनाओं की वापसी की कवायद पूरी कर ली थी. बता दें कि दोनों पक्षों ने करीब साढ़े चार साल के अंतराल के बाद दोनों क्षेत्रों में गश्त गतिविधियां भी फिर से शुरू की हैं.
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