तेल अवीवः प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हमले का बदला इजरायल की सेना ने ले लिया है. इजरायली सेना ने दक्षिणी बेरूत में हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय को निशाना बनाया. इस हमले में हिजबुल्लाह के तीन बड़े लीडर मारे गए हैं. इजरायल की सेना के अनुसार, हवाई हमले में एल्हाग अब्बास सलामेह, राचा अब्बास इचा और अहमद अली हसीन मारा गया है. हिजबुल्लाह के एक भूमिगत हथियार कार्यशाला को भी निशाना बनाया गया है.
उधर, इजरायली हमलों से हिजबुल्लाह अभी पस्त नहीं हुआ है. वह लगातार इजरायल को निशाना बना रहा है. आईडीएफ के अनुसार, 378 दिनों से हिजबुल्लाह के हमले इजरायल पर जारी हैं. पिछले एक सप्ताह से उत्तरी इजरायल में लगातार सायरन बज रहे हैं. हिजबुल्लाह के हमलों से इजरायली नागरिक भयभीत हैं. यही वजह है कि सेना को हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले करने पड़ रहे हैं.
अल जजीरा के अनुसार, उत्तरी गाजा के बेत लाहिया में इजरायल ने बड़ा हमला किया है. दावा किया जा रहा है कि हमले में 73 लोगों की जान गई है. कई लोग मलबे में फंसे हैं. हालांकि, इजरायली सेना ने मृतकों के आंकड़े पर संदेह व्यक्त किया है. गाजा के सरकारी मीडिया के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. उधर, 16 दिनों से चल रही इजरायली सैन्य घेराबंदी ने उत्तरी गाजा के लोगों के सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया है. यहां भोजन, पानी और दवा जैसी आवश्यक वस्तुओं की कमी सताने लगी है.
गैर सरकारी संगठन ऑक्सफैम के अनुसार, दक्षिणी गाजा पट्टी में भी एक हमला हुआ है. यहां खान यूनिस के पास हमले में चार इंजीनियरों और श्रमिकों की मौत हुई है. शनिवार को हिजबुल्लाह ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास को निशाना बनाया था. हमले के बाद नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि इसके पीछे ईरान के एजेंट हैं. नेतन्याहू ने कहा था कि हिजबुल्लाह ने हमला करके बड़ी गलती कर दी है. उन्होंने ईरान को भी चेतावनी देते हुए कहा कि जो कोई भी इजराइल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हम आतंकियों और उन्हें भेजने वालों का सफाया जारी रखेंगे. हम गाजा से अपने बंधकों को वापस लाएंगे. उत्तरी सीमा पर रहने वाले अपने नागरिकों को सुरक्षित घरों तक वापस पहुंचाएंगे.