United Nations Security Council: इजरायल द्वारा लेबनान में व्यापक युद्ध के दौरान नागरिकों के साथ ही अब संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिको को भी निशाना बनाए जाने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गंभीर चिंता जाहिर की है. इसके साथ ही उसने क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने में उनकी भूमिका के लिए अपना समर्थन दोहराया है.
दरअसल हाल ही में शांति सेना ‘यूनिफिल’ के ठिकानों पर इजरायल द्वारा किए गए हमलों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई थी. वहीं, अब इस हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र के सबसे शक्तिशाली निकाय ने अपना पहला बयान जारी किया है.
शांति सैनिकों से उत्तर की ओर जाने का आग्रह
इसी बीच संयुक्त राष्ट्र शांति सेना प्रमुख ज्यां-मैरी लैक्रोइक्स ने कहा कि महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को शांति सैनिक अपने सभी तैनाती स्थलों पर बने रहने की पुष्टि की है. वहीं, इजरायल ने लेबनान में जमीनी हमलों के दौरान शांति सैनिकों से पांच किलोमीटर उत्तर की ओर जाने का आग्रह किया है.
दोनों पक्षों के बीच टकराव
ईरान समर्थित उग्रवादी समूह द्वारा 7 अक्टूबर को गाजा में अपने सहयोगी हमास के साथ रॉकेट हमले शुरू किए जाने के बाद से दोनों पक्षों के बीच टकराव हो रहा है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र में स्विटजरलैंड के राजदूत पास्कल बैरिसविल दिए गए इस बयान में सभी पक्षों से ‘‘यूनिफिल कर्मियों और संयुक्त राष्ट्र परिसरों की सुरक्षा तथा संरक्षा का सम्मान करने’’ का आग्रह किया गया है.
दरअसल, गाजा में युद्ध को लेकर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में गहरे मतभेद हैं. ऐसे में अमेरिका अपने सहयोगी इजराइल का बचाव कर रहा है, जबकि सदस्यों के बीच फलस्तीनियों के लिए समर्थन बढ़ गया है.