Earfone Side Effects: आज के आधुनिक समय में ईयरफोन और ईयरबड का प्रयोग हर किसी के जीवन को आसान बना रहा है. इसके प्रयोग से आप स्पष्ट रूप से आवाज को सुन सकते हैं. वहीं, इसके प्रयोग से आप किसी को अनचाही आवाज से परेशान नहीं करते हैं. पिछले एक दशक से इसके प्रयोग में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. ईयर बड का प्रयोग अगर लिमिट मेंं या फिर धीमी आवाज में किया जाए तो यह आपके कानों के लिए खास नुकसानदायक नहीं हैं. वहीं, इनका ज़्यादा देर तक और तेज आवाज़ में इस्तेमाल करना ईयर फोन सुनने की क्षमता को कम कर देता है. आइए आपको बताते हैं कैसे…
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अगर कोई व्यक्ति पिछले 10 सालों से ईयफोन का प्रयोग कर रहा है तो संभव है कि उसकी सुनने की क्षमता पहले के मुकाबले थोड़ी कम हो गई हो और इसकी जानकारी नहीं हुई हो. इस स्थिति में आपको सावधान रहना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Kaam Ki Baat: सूती कपड़ा पहचानने का ये है बेस्ट तरीका, जान लेंगे तो नहीं होगा पछतावा
ईयरफोन का कम करें प्रयोग
रिपोर्ट्स की मानें को 60 डेसिबल से ज्यादा ध्वनि हानिकारक है. 70 से 80 डेसिबल ध्वनि के बीच लगातार रहने पर बहरापन हो जाता है. वहीं, अगर 90 डेसिबल से अधिक साउंड 20 मिनट तक माह में 20 बार भी सुनें तो हियरिंग लॉस होता है. आज के समय में ध्वनि प्रदूषण काफी बढ़ गया है. ऐसे में अधिकतर कार्यक्रमों में तेज डीजे बजाया जाता है. जो सीधे तौर पर ना केवल आपको बहरा बना रहा है बल्कि आपको कई अन्य रोगों के घेरे में भी भेजता है.
अगर आपके सुनने की क्षमता कम हो रही है और आप इसपर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो यह स्थाई बीमारी हो सकती है. इससे चिड़चिनापन, सिरदर्द, चक्कर आना, मितली व डिप्रेशन हो सकते हैं. व्यक्ति हाई बीपी का भी शिकार हो सकता है.
इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स है हानिकारक
जानकारी दें कि ईयरफोन से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स निकलती हैं, जो सिरदर्द, नींद न आने की समस्या की प्रमुख कारक में से एक हैं. इसका सीधा असर बच्चों पर दिखता है. इन वेब्स के कारण बच्चों की सीखने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. इतना ही नहीं बच्चों की रीडिंग परफॉर्मेंस और चीजों को समझने की क्षमता भी इससे कम हो रही है.
इन बातों को ना करें नजर अंदाज
- कान शरीर का एक सेंस्टिव अंग है. इसको लेकर हमेशा आपको सावधान रहना चाहिए. ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
- कानों की सफाई: जानकारों का मानना है कि ईयर फोन का प्रयोग करने के बाद कानों की सफाई जरूर करनी चाहिए. इस बात का खास ध्यान रखें कि अगर आपको कान दर्द, खुजली, या कम सुनाई देने की समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह लें.
- कान की जांच कराएं: आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि ईयर फोन से सुनने की क्षमता कम होने की समस्या धीरे-धीरे होती है. इसके कोई शुरुआती कोई लक्ष्ण नहीं हैं. इसलिए आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप ईयर फोन का उपयोग करते समय सावधानी बरतें और अपनी सुनने की क्षमता की नियमित रूप से जांच करवाएं.
(अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी सामान्य मीडिया रिपोर्ट्स पर लिखी गई है. इससे संबंधी कोई भी लक्ष्ण होने पर चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें.)