Good News: किसानों को गांव में ही मिलेगी मौसम की सही जानकारी, जानिए क्या है सरकार की स्कीम

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Automatic Rain Gauge: आज हम अन्नदाताओं के लिए बड़ी खबर लेकर आए हैं. अब किसानो को आसानी से मौसम की जानकारी मिल सकेगी. इससे किसानों को फसल लगाने में काफी सहूलियत होगी. आने वाले दिनों में किसान आसानी से गांव के आसपास के मौसम की सटीक जानकारी पा सकेंगे. दरअसल,  सरकार 2.5 लाख पंचायतों में ऑटोमेटिक रेन गेज (एआरजी) लगाने जा रही है. इसके लिए जल्द ही टेंडर निकालने की कवायद है.
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मानसून सीजन से पहले एआरजी लग जाएंगे और सूचना भी देने लगेंगे, जिसके किसानों को काफी सहूलियत हो जाएगी.

क्या है केंद्र सरकार की योजना 

केंद्र सरकार ने एक इंफ्रस्‍ट्रक्‍चर नेटवर्किंग एंड डाटा सिस्‍टम (विंड्स) लॉन्च किया है. इसके तहत किसानों को मौसम की जानकारी देने के लिए ब्लाक स्तर पर आटोमैटिक वेदर स्‍टेशन बनाने की योजना है. पंचायत स्तर पर आटोमैटिक रेन गेज (आआरजी) लगाने की तैयारी है. हालांकि ये आटोमैटिक रेन गेज उन स्थानों पर नहीं लगाए जाएंगे जहां पहले से भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के स्‍टेशन बने हुए हैं.
अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पूरे देश में आठ हजार ब्‍लाक में आटोमैटिक वेदर स्‍टेशन और 2.75 लाख पंचायतों में ऑटोमैटिक रेन गेज बनाने की योजना है. इससे किसानों को काफी सहूलियत मिलने जा रही है. करीब चार हजार ब्‍लाक और 25 हजार पंचायतों में पहले से ही भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के स्‍टेशन बने हुए हैं ऐसे में इन जगहों पर ऑटोमैटिक रेन गेज नहीं बनाएं जाएंगे. मंत्रालय के अनुसार चार हजार ब्‍लाक में आटोमैटिक वेदर स्‍टेशन और 2.5 लाख पंचायतों में ऑटोमैटिक रेन गेज लगाए जाएंगे.

16 राज्‍यों के लिए जनवरी में टेंडर

आने वाले साल में देश के 16 राज्यों में विंड्स योजना के तहत टेंडर निकाले जाएंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि 6 माह में ये स्‍टेशन स्‍थापित हो जाएंगे. माना जा रहा है कि देश के लगभग गावों तक किसानों को सही मौसम की जानकारी मिल सकेगी.

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