Kheti Kisani News: हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां की अर्थव्यवस्था में कृषि का अहम योगदान है. नाबार्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 10.07 करोड़ परिवार खेती पर निर्भर हैं. यह संख्या देश के कुल परिवारों का 48 फीसदी है. भारत की अधिकत्तर खेती मौसम के हिसाब से की जाती है. यहां फसलों की सिंचाई का मुख्य स्रोत बारिश है.
पानी की किल्लत के चलते नहीं हो पाती खेती
फिलहाल रवि की कटाई शुरू हो गई है. रवि की फसल कटते ही गर्मी अपने चरम पर पहुंच जाती है. चारों तरफ लू चलती है और खेतों में धूल उड़ने लगते हैं. इस दौरान वॉटल लेवल बहुत नीचे चला जाता है, जिसके चलते पानी की किल्लत होने लगी है. यही वजह है कि किसान अप्रैल से जून के बीच खेती नहीं करते हैं. लेकिन आज हम आपको ऐसे फसलों की खेती के बारे में बता रहे हैं, जिसकी बुआई आप रवि की फसल की कटाई के तुरंत बाद कर सकते हैं. खास बात यह है कि इन फसलों से आपको कम मेहनत में दोगुना मुनाफा होगा. आइए जानते हैं इनके बारे में…
गर्मियों में करें इन फसलों की खेती
दरअसल, गर्मियों का मौसम जायद की फसलों के लिए प्रतिकूल माना जाता है. ऐसे में किसान मोटे अनाज सांवा, कोदो, रागी, पटुवा के साथ ही सब्जियों में बैंगन, शिमला मिर्च, तोरई कद्दू, लौकी, तरबूज, खीरा, खरबूजा, टमाटर, करेला की खेती कर सकते हैं की खेती कर सकते हैं. इसके अलावा आप गर्मियों में दलहनी फसलों में उड़द, मूंग की खेती कर सकते हैं.
होगा बंपर मुनाफा
बता दें कि इन फसलों में पानी भी कम लगता है और गर्मियों में इन फसलों की बाजार में मांग भी अधिक होती है. इन फसलों की खेती 30 से 40 सेंटीमीटर वर्षा वाले क्षेत्रों में भी कर सकते हैं. ऐसे में पानी की समस्या से भी किसानों को नहीं जूझना पड़ेगा. इन फसलों का बाजार में मुंह मांगा दाम भी मिल जाता है और लागत भी कम लगता है. ऐसे में इन फसलों की खेती कर किसान कम मेहनत में अच्छा मुनाफा कर सकते हैं.