Plastic Egg Test: इन दिनों उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है. इन क्षेत्रों में धुंध के साथ कोहरे का प्रकोप देखा जा सकता है. ठंड के दिनों में लोग अलग अलग प्रकार का खाना खाने की ओर भागते हैं. ठंड के मौसम में अंडे का प्रयोग काफी बढ़ जाता है. अंडे को प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स माना जाता है. हालांकि ठंड के दिनों में बढ़ते अंडे के प्रयोग के कारण बाजार में नकली अंडा भी सप्लाई होने लगता है. ऐसे में अगर आप भी बाजार जाकर अंडे खरीद रहे हैं तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए.
दरअसल, कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें देखा गया है कि असली और नकली अंडों को पहचानने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इतना ही नहीं नकली अंडे के सेवन से कई गंभीर बीमारियों के होने की संभावना होती है.
आपको बता दें कि नकली अंडा रियल अंडे जैसा ही दिखता है, लेकिन ये सेहत के लिए हानिकारक है. जानकारों का कहना है कि नकली अंडे प्लास्टिक और केमिकल से मिलकर बनाए जाते है. ऐसे अंडो के प्रयोग से हमे कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है. आज के इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं कि आप नकली और असली अंडे में कैसे अंतर कर पाएंगे.
ऐसे करें जांच
- असली अंडे चिकने तो, वहीं नकली अंडे खुरदुरे होते हैं.
- अंडे को आग के पास ले जाने के पास वो उसमे से गंध आने लगती है.
- अगर अंडे की सफेदी और जर्दी अच्छी तरह से मिल जाए तो इसका मतलब है कि अंडा नकली है.
- नकली अंडें का उपरी सतह काफी हार्ड होता है और असली अंडा थोड़ा सॉफ्ट होता है.
- नकली अंडे पानी में डूबता नहीं बल्कि तैरते हैं.
ना करें नकली अंडे का सेवन
आपको बता दें कि नकली अंडे खाने से जान जाने तक का खतरा बना रहता है. इससे शरीर में खून बनने की क्षमता कम हो जाती है, जिस वजह से एनीमिया रोग होने होने की संभावना होती है.
(अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर लिखी गई है. द प्रिंटलाइंस इसकी पुष्टी नहीं करता है.)
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