Aaj Ka Panchang: जानिए शनिवार का पंचांग, काशी के ज्योतिष से जानें शरद पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और राहुकाल 

28 October Ka Panchang, Lunar Eclipse, Sharad Purnima 2023: हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त देखा जाता है. ज्योतिष हिंदू पंचांग से रोजाना शुभ अशुभ मुहूर्त राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की वर्तमान स्थिति के बारे में बताते हैं. 

आइए काशी के ज्योतिष मर्मज्ञ श्रीनाथ प्रपन्नचार्य से जानते हैं 28 अक्टूबर, दिन शनिवार का पंचाग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त के समय के बारे में…

28 अक्टूबर, दिन शनिवार को अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. पूर्णिमा तिथि शनिवार देर रात 1 बजकर 54 मिनट तक रहेगी. अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्रमा अपने 16 कलाओं से परिपूर्ण होते हैं. इसलिए इसे शरद पूर्णिमा के नाम से जानते हैं. 

आज शरद पूर्णिमा पर खग्रास चंद्रग्रहण भी लग रहा है. शनिवार सुबह 7 बजकर 31 मिनट तक रेवती नक्षत्र रहेगा, उसके बाद अश्विनी नक्षत्र लग जाएगा. आज राहुकाल 09:19 AM से 10:42 AM तक है. वहीं अभिजीत मुहूर्त 11:42 AM–12:26 PM तक है.

28 अक्टूबर 2023 का पंचांग आज की तिथि – आश्विन शुक्ल पूर्णिमा आज का करण – विष्टि आज का नक्षत्र – रेवती आज का योग – वज्र आज का पक्ष – शुक्ल आज का वार – शनिवार राशि – मीन शुभ समय – 11:42:26 से 12:27:05 तक राहु काल– 09:19 AM से 10:42 AM गुलिक काल– 06:42 to 08:07 विक्रमी संवत् – 2080 शक सम्वत – 1944

शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त – 11:42 AM – 12:26 PM अमृत काल – 11:11 PM – 12:41 AM ब्रह्म मुहूर्त – 04:57 AM – 05:45 AM सूर्योदय-सूर्यास्त सूर्योदय – 06:42:00 AM सूर्यास्त – 06:04:00 PM

आज 28 अक्टूबर को अश्वविन माह की पूर्णिमा यानी शरद पूर्णिमा है. शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा 16 कलाओं में परिपूर्ण रहते हैं. इसलिए इस दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत वर्षा होती है. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात खुले आसमान के नीचे खीर रखकर प्रसाद के रूप में ग्रहण करने से सभी प्रकार के रोग-कष्ट दूर हो जाते हैं.

हालांकि, इस बार शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लग रहा है. चंद्र ग्रहण रात 1:05 से 2:24 तक यानी करीब सवा घंटे रहेगा. चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण के 9 घंटे पहले यानी शाम 04:12 से शुरू हो जा रहा है. ऐसे में इस दौरान सभी प्रकार के कार्य वर्जित रहेंगे. 

अगर आप शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा की रोशनी में खीर रखना चाहते हैं तो चंद्र ग्रहण के समाप्ति यानी रात 2 बजकर 24 मिनट के बाद खीर का प्रसाद बनाकर खुले आसमान के नीचे रखें और सुबह प्रसाद के रूप में ग्रहण करें.

Disclaimer: इस लेख में दी गई सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.