बच्चों की लंबी उम्र के लिए रखों ये व्रत, जानिए  इस बार की Ahoi Ashtami क्यों है खास?

अहोई अष्टमी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह व्रत हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए उपवास करती हैं. 

खास बात यह है कि इस व्रत को करवा चौथ की तरह निर्जला यानी बिना पानी के रखा जाता है. इस दिन माताएं माता पार्वती और अहोई माता की पूजा करती हैं.

इस साल अहोई अष्टमी की तिथि 24 अक्टूबर को सुबह 01:20 बजे से शुरू होगी और इसका समापन 25 अक्टूबर को सुबह 01:55 बजे होगा. इस तरह, अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर 2024 गुरुवार को रखा जाएगा.

ज्योतिष के अनुसार अहोई अष्टमी के दिन कई शुभ योग बनते हैं. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. इस पावन अवसर पर साध्य योग और अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. 

इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और गुरु पुष्य योग का भी संयोग बन रहा है. ये सभी योग इस दिन की पूजा को और भी खास बनाते हैं.

अहोई अष्टमी का व्रत माताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस दिन वे अपनी संतान की दीर्घायु के लिए उपवास करती हैं. मान्यता है कि माता पार्वती और अहोई माता की पूजा करने से परिवार में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है.

साथ ही, इस दिन दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है. जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करने से सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है. 

साथ ही इस प्रकार, अहोई अष्टमी एक ऐसा अवसर है जब माताएं अपने बच्चों की खुशियों और सेहत के लिए व्रत करती हैं और इस दिन किए गए पुण्य कार्यों का फल पूरे परिवार को मिलता है.