सावन में भोलेनाथ की आरती के दौरान न करें ये गलतियां, वरना...

हिंदू धर्म में भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है.

इस पवित्र माह में भक्त भगवान शिव की विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं और नियमित आरती करते हैं.

शास्त्रों में आरती को लेकर कुछ खास नियम बताए गए हैं. अगर कोई व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसे भगवान की नाराजगी का सामना करना पड़ता है.

सावन माह में भोलेनाथ की आरती करने से पहले शिव जी और शिवलिंग को नमस्कार कर 3 फूल अर्पित करें. इसके बाद आरती करना शुरू करें.

भोलेनाथ और शिवलिंग की आरती एक ही स्थान पर खड़े होकर करें. हिंदू धर्म में बैठकर आरती करना शुभ नहीं माना जाता है.

भोलेनाथ की आरती दाएं हाथ से करनी चाहिए. वहीं, आरती करने के दौरान बात करने से साधक को पाप लगता है.

आप एक दिन में 5 बार आरती कर सकते हैं. 3 बार सुबह और 2 बार शाम को आरती करना शुभ होता है.

शास्त्रों के अनुसार, भोलेनाथ की 11 बार और शिवलिंग की 14 बार आरती करनी चाहिए.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)