शरद पूर्णिमा के दिन भूलकर भी न करें इन चीजों का दान, वरना दुर्भाग्य में बदल जाएगा सौभाग्य

आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां लक्ष्मी और चंद्रमा की विधि-विधान से पूजा की जाती है.

इस साल 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन दान-स्नान करना काफी शुभ माना जाता है.

लेकिन शास्त्रों में शरद पूर्णिमा के दिन कुछ चीजों का भूलकर भी दान नहीं करना चाहिए. वरना जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है...

शरद पूर्णिमा के दिन भूलकर भी लोहे का सामान दान नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि इस दिन लोहे का दान करने से शनिदोष लगता है.

शरद पूर्णिमा पर दही का दान नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन से सुख-शांति चली जाती है.

शरद पूर्णिमा के दिन भूलकर भी नमक का दान नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में नेगेटिविटी का वास होता है.

शरद पूर्णिमा के दिन चावल, गुड़, खीर का दान बहुत शुभ होता है. इससे लोगों के जीवन में खुशियों का संचार होता है.  

(अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ‘The Printlines’ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)