अंतरिक्ष से लौटने के बाद क्या सुनीता विलियम्स हो जाएंगी लंबी? जानें उन्हें किन बीमारियों का करना पड़ेगा सामना
5 जून 2024 को भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर संग अंतरिक्ष स्टेशन पर रवाना हुई थीं.
उन्हें अंतरिक्ष से 8 दिन के बाद ही वापस लौटना था, लेकिन अंतरिक्ष यान में खराबी के कारण दोनों अंतरिक्ष स्टेशन पर ही फंसे रह गए.
हालांकि, स्पेस में 8 महीने बिताने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी की तारीख फिक्स कर दी गई है.
सुनीता विलियम्य की वापसी 19 मार्च को हो सकती है. लेकिन पृथ्वी पर उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. जिसमें हाइट बढ़ना भी शामिल है.
दरअसल, स्पेस में ग्रैविटी शून्य होती है. जिसके कारण अंतरिक्ष यात्रियों पर की हड्डियां लूज हो जाती हैं. यानी फैल जाती है. ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों की हाइट 2 से 3 इंच तक बढ़ जाती है.
हालांकि, कुछ महीनों में हाइट फिर से सामान्य हो जाती है. इसके अलावा सुनीता विलियम्स को कई और समस्याएं भी हो सकती हैं.
स्पेस में माइक्रोग्रैविटी के कारण एस्ट्रोनॉट्स की मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं. साथ ही उनकी बोन डेनसिटी भी घटने लगती है.
स्पेस में ग्रेविटी न होने के कारण बॉडी फ़्लूइड ऊपर की ओर आने लगते हैं, जिससे आंखों पर प्रेशर और चेहरे पर सूजन बढ़ने लगता है.
अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स को कॉस्मिक रे जैसे खतरनाक रेडिएशन का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण कैंसर और मोतियाबिंद जैसी बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
इन बीमारियों के अलावा एस्ट्रोनॉट्स को मानसिक तनाव से भी जूझना पड़ता है. उन्हें लंबे समय तक स्पेस में रहने से डिप्रेशन, अकेलापन जैसी समस्या हो सकती है.
अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स की नींद भी काफी प्रभावित होती है, जिसके कारण उन्हें स्लीप डिसऑर्डर का सामना करना पड़ सकता है.