बद्रीनाथ धाम से आए शुभ संकेत! इस वर्ष नहीं पड़ेगा सूखा
भारत में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. बीते 10 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुल गए. वहीं, 12 मई को बद्रीनााथ धाम के भी कपाट खुल गए हैं.
इसके बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम पर पहुंच रहे हैं. वहीं, बद्रीनाथ धाम का कपाट खुलने पर अंदर से बेहद शुभ संकेत मिले हैं.
दरअसल, 12 मई की सुबह 6 बजे जब कपाट खुले, तो मंदिर के अंदर मुख्य रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने प्रवेश किया. उन्होंने जब अंदर का नजारा देखा तो वह खुश हो गए.
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने से पहले गर्भगृह में बाबा बद्रीनाथ की मूर्ति पर 6 महीने पहले जो घृत कंबल लगाया गया था, वह उसी अवस्था में मिला है, जैसा कपाट बंद करते समय था.
ऐसे में मुख्य रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी की मानें, तो घी और कंबल यथा स्थिति मिलना शुभ संकेतक है. इससे तीर्थ पुरोहित काफी खुश हो गए.
ऐसा होने पर परंपरा अनुसार भविष्यवाणी की गई. बताया गया कि इस साल देश में कहीं भी सुखा नहीं पड़ेगा और खुशहाली रहेगी.
आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष शीत ऋतु में 6 महीने के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होते हैं. कपाट बंद करने से पहले बाबा बद्रीनाथ को घी का कंबल ओढ़ाया जाता है. ऐसा हर साल किया जाता है.
अगर घी का लेप जैसा लगाया गया वैसा ही मिले तो यह संकेत होता है. इसका मतलब माना जाता है कि देश में सूखा नहीं पड़ेगा.
इसके अलावा अगर घृत का कंबल सूखा मिला, तो अशुभ होता है. ऐसा होना हिमालय क्षेत्र में सूखा और मुसीबत का इशारा माना जाता है.