खतरों के बीच जब Sheikh Hasina ने भरी उड़ान, जानिए कैसे Rafale जेट ने दी सुरक्षा
शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़ने के लिए महज 45 मिनट का वक्त मिला. उन्होंने एयरफोर्स के विमान से भारत के लिए उड़ान भरी.
मामले की जानकारी जैसे ही भारत को मिली, आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल प्लानिंग की. भारतीय एयर फोर्स के रडार ने बांग्लादेशी एयरस्पेस की निगरानी की.
5 अगस्त को दोपहर 3 बजे उनको एक लो लेवल फ्लाइंग एयरक्राफ्ट इंडिया की तरफ आता नजर आया. एयरक्राफ्ट को भारत में उसको प्रवेश की अनुमति दी गई क्योंकि एयरफोर्स के अधिकारियों को पता लग चुका था कि अंदर कौन बैठा है.
सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि उस विमान को सुरक्षा देने के लिए तुरंत 2 फाइटर राफेल एयरक्राफ्ट को रवाना किया गया.
पश्चिम बंगाल के हाशीमारा एयर बेस के 101 स्क्वाड्रन से इन दोनों राफेल जेट ने उड़ान भरी. भारतीय राफेल जेट ने आ रहे एयरक्राफ्ट को सुरक्षा दी.
वहीं, सुरक्षा एजेंसियां फ्लाइट रूट पर नजर रखे हुए थीं. भारतीय एयरफोर्स और आर्मी चीफ एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी और जनरल उपेंद्र चौधरी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे.
सूत्रों की मानें, तो सुरक्षा अधिकारियों की बैठक हुई. इसमे खुफिया एजेंसियों चीफ, आर्मी चीफ जनरल द्विवेदी और इंटिग्रेटेड डिफेंसी स्टाफ चीफ लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन फिलिप मैथ्यू भी शामिल रहे.
इसके बाद शेख हसीना का जेट शाम लगभग पौने 6 बजे एयर फोर्स के हिंडन एयर बेस पहुंचा. यहां रेड कारपेट पर उनका स्वागत किया गया. एयर बेस के कमांडर ने उनको रिसीव किया.
इसके बाद उनकी मुलाकात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से हुई. इस दौरान बांग्लादेश के हालात को लेकर बात हुईं. शेख हसीना से मिलने के बाद डोभाल पीएम आवास पहुंचे. वहां सुरक्षा मामलों के कैबिनेट समिति की बैठक हुई.
आपको बता दें कि शेख हसीना को जिस स्पेशल एयरक्राफ्ट से भारत पहुंचाया गया वह 644 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.
वहीं, शेख हसीना ने हिंडन एयर बेस के सेफ हाउस में रात बिताई. उनकी सुरक्षा में गरुड़ कमांडोज को लगाया गया. किसी को सेफ हाउस तक जाने की इजाजत नहीं है.
अभी आगे की क्या स्थिति है यह पूरी तरीके से स्पष्ट नहीं है. माना जा रहा है कि आज भी शेख हसीना अपनी बहन के साथ इंडियन एयर बेस के सेफ हाउस में ही बिता सकती हैं.
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार सुबह को जिस विमान से शेख हसीना आई थीं. इसके बाद विमान वापस बांग्लादेश चला गया.
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के पूरे देश में फैलने के बाद ढाका में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ की और हंगामा मचाया हुआ है. वहीं, सेना ने चार्ज संभाला लिया है.