आपस में टकरा सकते हैं दो विशालकाय ब्लैक होल, जानिए क्या होगा असर
ब्रह्मांड में आकाशगंगा आपस में टकरा सकती थीं. इस बात की पुष्टि हुई है. वैज्ञानिकों ने 2 भयानक क्वेसार का एक-दूसरे में विलय होते देखा है.
दरअसल, ये विलय बिग बैंग से 900 मिलियन साल बाद 'ब्रह्मांडीय भोर' में हुआ. इस युग में टकराने वाला ये पहला क्वासर जोड़ा है. ये रिसर्च डाटा The Astrophysical Journal Letters में छपा है.
सवाल ये है कि 'ब्रह्मांडीय भोर' क्या है. ये बिग बैंग के बाद 50 मिलियन से 1 अरब वर्ष तक की अवधि को कहते हैं. तभी ब्रह्मांड में पहला तारा, आकाशगंगाएं और ब्लैक होल बने.
इस काल को विलीन होती आकाशगंगाओं से भरा होना चाहिए. पहले की खोज में केवल एकाकी आकाशगंगाएं मिलीं. पहली बार वैज्ञानिकों को उस समय की महाविशाल आकाशगंगा के विलय का साक्ष्य मिले हैं.
क्वेसार ब्रह्मांड की सबसे चमकदार चीज है. ये महाविशाल आकाशगंगा के केंद्र में मौजूद विशालकाय ब्लैक होल हैं, जो बड़ी तेजी से किसी पदार्थ को निगल जाते हैं.
इनके चारों तरफ भारी धूल और गैस के बादल होते हैं. ये प्रक्रिया बादल के घर्षण और गुरुत्वाकर्षण से काफी ज्यादा धधकती रोशनी पैदा करती है.
वैज्ञानिकों की मानें, तो क्वेसार तब बनते हैं, जब 2 आकाशगंगा का विलय होता है. इस प्रक्रिया के कारण आकाशगंगा के केंद्र में पदार्थ भारी मात्रा में जमा होता है.
वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड में अतीत में हुए विलय के कई सबूत दिखे हैं. हालांकि, ब्रह्मांड के शुरुआती दौर में ऐसे विलयों की बस कल्पना ही होती रही. कभी इन्हें देखा नहीं गया.
ऐसा होना कई वजह से संभव है. जैसे- किसी एक वस्तु के प्रकाश को तोड़ा और दोहराया जा सकता है. अगर दर्शक और सोर्स के बीच में स्पेस-टाइम की ग्रेविटेशनल वार्पिंग हो, ऐसे में एक वस्तु दो या अधिक जैसी दिखती है.
इसलिए रिसर्चर्स ने सुबरू टेलीस्कोप और जेमिनी नॉर्थ की मदद से और अध्ययन किया. उन्होंने अटाकामा लार्ज मिलीमीटर/सबमिलीमीटर ऐरे का भी यूज किया.
इसमें पाया गया कि वस्तुएं न केवल वास्तविक और हमसे बहुत दूर थीं, बल्कि एक-दूसरे के बिल्कुल पास थीं. इनके बीच केवल 40,000 प्रकाश वर्ष की दूरी थी.
वैज्ञानिकों ने पाया कि आकाशगंगाओं से आ रहे प्रकाश का एक बड़ा हिस्सा नए तारों के निर्माण की वजह से था. उन्होंने गैस का एक पुल भी देखा जो दोनों आकाशगंगाओं को जोड़े हुए थे.
इससे यह पता चला कि दोनों इंटरएक्ट कर रही हैं और उनका विलय हो रहा है. दोनों ही आकाशगंगाओं के केंद्र में महाविशाल ब्लैक होल मौजूद हैं जिनका द्रव्यमान सूर्य से कई सौ मिलियन गुना ज्यादा है.
ये बात इसलिए हैरानी वाली है, क्योंकि हमारी Milky Way गैलेक्सी के केंद्र में मौजूद ब्लैक होल सूर्य से केवल 4.3 बिलियन गुना बड़ा है.