इस देश में पहले से होता था कैंसर का इलाज! 4000 साल पुरानी खोपड़ी ने खोला राज
कैंसर से हर साल करोड़ों लोगों की जान जाती है. दरअसल, मानव के इतिहास की तरह कैंसर का इतिहास भी पुराना है.
प्राचीन मेडिकल साहित्य में अलग-अलग तरह के कैंसर का जिक्र मिलता है. 1600 BC में मिस्र के एडविन स्मिथ ने ब्रेस्ट कैंसर के बारे में लिखा था. हिपोक्रेटिस को दुनिया का सबसे पुराना डॉक्टर कहा जाता है.
हिपोक्रेटिस ने भी कई कैंसर का ब्योरा दिया था. आज तक मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है, लेकिन कैंसर का शर्तिया इलाज नहीं मिला है.
इस बीच एक खोज ने प्राचीन मिस्र में कैंसर के इलाज पर रोशनी डाली है. रिसर्चर्स ने पाया कि मिस्र में 4,000 साल पहले सर्जरी के जरिए कैंसर के इलाज का प्रयास हुआ था.
वैज्ञानिकों को तब की एक खोपड़ी मिली है. स्टडी के दौरान इसमें बड़े ट्यूमर के सबूत मिले हैं. ये खोपड़ी पुरुष की है, उसकी मौत 30-35 साल में हो गई थी. वह 2686 और 2345 B.C. के बीच जीवित रहा होगा.
रिसर्चर्स को प्राइमरी ट्यूमर के अलावा 30 छोटे-छोटे जख्म भी मिले हैं. जख्मों के पास कट मार्क्स भी मिले हैं, जो किसी तेज धार वाली चीज से हुए होंगे.
अनुमान है कि सर्जरी की कोशिश हुई थी. ये अभी तक कैंसर का सबसे पुराना सबूत है. अभी तक, एडविन स्मिथ के ब्योरे को ही कैंसर का सबसे पुराना विवरण माना जाता था.
नई स्टडी के नतीजे बुधवार यानी 29 मई को Frontiers in Medicine जर्नल में छपा. इस खोज ने मॉडर्न मेडिसिन की शुरुआत की धारणा को बदला है.
स्टडी के सह-लेखक एडगार्ड कैमरोस पेरेज़ ने Live Science कहा, 'हमने जो पाया वह कैंसर से सीधे संबंधित सर्जिकल हस्तक्षेप का पहला सबूत है. यहां से आधुनिक चिकित्सा विज्ञान शुरू होता है'.
दरअसल, टीम ने महिला खोपड़ी का भी अध्ययन किया. ये महिला 664 and 343 B.C. के बीच जीवित रही होगी. उसकी मौत की उम्र लगभग 50 साल होगी.
पुरुष की तरह महिला की खोपड़ी में भी जख्म मिला है, जो कैंसर होने की तरफ इशारा करता है. जांच में खोपड़ी पर 2 और घाव मिले हैं, जो किसी चोट के कारण हुए होंगे.
बता दें कि ये दोनों खोपड़ियां कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के डकवर्थ कलेक्शन का हिस्सा हैं. वैज्ञानिकों ने पाया कि महिला के घाव तो ठीक हुए लेकिन कैंसर नहीं.