'जेम्स बॉन्ड' बना चीनी सैनिक! आखिर क्यों अकेले स्पीडबोट से पहुंचा ताइवान?
ताइवान से बड़ी खबर आ रही है. चीन का एक पूर्व कैप्टन सभी नियम को ताक पर रखकर 'जेम्स बॉन्ड' की तरह ताइवान में घुस गया.
चीन के साथ तनातनी और हाई लेवल सिक्योरिटी होने पर भी चीनी शख्स की घुसपैठ ने ताइवानी सुरक्षा एजेंसियों की कलई खोल दी है. ताइवान के शीर्ष राजनेताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की है.
दरअसल, चीनी नेवी के पूर्व कैप्टन ने ताइवानी नौ सैनिकों को चौंका दिया. ऐसा इसलिए क्योंकि वह स्पीडबोट से राजधानी ताइपे के घाट तक पहुंच गया.
जानकारी के मुताबिक भगौड़े बताए जा रहे 60 साल के रुआन को न्यू ताइपे में तमसुई के तट से 11 किमी दूर देखा गया.
खास बात ये है कि रुआन ने खुद को चीनी नौसेना का पूर्व कैप्टन बताया. उसने बताया कि वह एक दिन पहले ही चीन के तटीय शहर फूजौ के निंगडे बंदरगाह से रवाना हुआ था.
हालांकि, ताइवान के तटरक्षक बल ने कहा कि नाव पर कोई खाद्य या पेय पदार्थ नहीं मिला. तटरक्षक बल के अनुसार, उस व्यक्ति ने कहा कि उसे 'अनुचित बयान देने' के कारण मुख्य भूमि के अधिकारियों द्वारा सताया गया था.
वह ताइवान भाग जाना चाहता था. उस पर आव्रजन अधिनियम सहित विभिन्न ताइवानी कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था.
चीन, ताइवान को विद्रोही प्रांत मानता है जिसे मुख्य भूमि के साथ फिर से एकीकृत किया जाना चाहिए भले ही इसके लिये बल का इस्तेमाल क्यों न करना पड़े.
हांगकांग स्थित 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' ने बताया कि तटरक्षक बल के अनुसार ताइपे शहर की ओर जाने वाली तमसुई नदी में प्रवेश करने के बाद नाव घाट पर एक अन्य नौका से टकरा गई.
इस मामले में ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने बीते मंगलवार को जानकारी दी. उनहोंने कहा कि इस बात की संभावना से इनकार नहीं कर सकते कि चीनी स्पीडबोट की घुसपैठ बीजिंग की एक रणनीति हो.
'ताइवान न्यूज' चैनल की खबर के मुताबिक रक्षा मंत्रालय चीन की तरफ से जहाज की घुसपैठ को रोकने के उपायों को मजबूत करेगा.