Noida Metro: नोएडा से दिल्ली जाना होगा बहुत आसान, जल्द बनेंगे 8 नए स्टेशन
Noida Metro Rail Corporation: नोएडा से दिल्ली का सफर करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. लोगों को ये सौगात नोएडा मेट्रो ने दी है. दरअसल, नोएडा मेट्रो ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए नए रूट का ऐलान किया है.
एक्वा लाइन के रूट पर नोएडा मेट्रो 1800 करोड़ की लागत से 8 नए स्टेशन बनाने वाला है. अगर ऐसा होता है, तो इससे दिल्ली से नोएडा का सफर करने वालो लोगों को काफी सहूलियत होगी.
आपको बता दें कि नया रूट नोएडा सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटनिकल गार्डन तक बनेगा. यहां तक मेट्रो चलाना प्रस्तावित है. जानकारी के अनुसार अगले माह डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर तैयार होने की उम्मीद है.
बता दें कि ये डीपीआर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन तैयार कर रहा है. इस लाइन पर मेट्रो चलने से नोएडा के चारों तरफ मेट्रो का जाल बिछ जाएगा.
ये एक्वा लाइन का एक्सटेंशन रूट होगा. इसपर मेट्रो शुरू होने से नोएडा-दिल्ली से ग्रेटर नोएडा आने-जाने वालों को और अधिक सहूलियत होगी. अभी एनएमआरसी एक्वा लाइन संचालित कर रहा है.
ये मेट्रो सेक्टर-51 से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा डिपो तक चलती है. अभी ब्लू लाइन से आने वाले लोगों को सेक्टर-52 स्टेशन पर उतरना होता है. बाहर आकर उन्हें सेक्टर-51 मेट्रो लेना होता है.
दरअसल, अब एक्वा लाइन सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन तक नई लाइन आएगी. फिलहाल, बॉटनिकल गार्डन पर नोएडा-दिल्ली के बीच चलने वाली ब्लू और मजेंटा लाइन का स्टेशन है. अब यहां एक्वा लाइन के लिए तीसरा स्टेशन बनाया जाएगा.
डीएमआरसी लगभग 5 महीने पहले सर्वे रिपोर्ट तैयार कर चुका है. मौखिक रूप से इस रूट का प्लान NMRC अधिकारियों से साझा भी किया गया है. अब सिर्फ डीपीआर मिलना बाकी है.
इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि इस लाइन पर 8 स्टेशन बनाने हैं. इसकी लोकेशन लगभग तय है. सेक्टर-96 में बन रहे नोएडा प्राधिकरण के नए प्रशासनिक कार्यालय के सामने मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा.
इसे बनाने में तकरीबन 1800 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. एक स्टेशन बनाने में लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे. बॉटनिकल गार्डन, सेक्टर-44 के मेट्रो स्टेशन को छोड़ दें, तो बाकी 6 स्टेशन एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर रोड पर बनाए जाएंगे.
डीएमआरसी से डीपीआर मिलने के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने-अपने बोर्ड में इसे रखेंगे. दोनों बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद इसे एनएमआरसी की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा.
इसके बाद मंजूरी के लिए ये डीपीआर शासन को भेज दिया जाएगा. शासन से हरी झंड़ी मिलने के बाद केंद्र की मंजूरी के लिए ये फाइल भेजी जाएगी. दरअसल, ये 8 नए स्टेशन बनने से जनता को काफी लाभ होगा.