घोर कलयुग में कैसा होगा स्त्री-पुरुष का चरित्र, जानें रहस्य

सनातन धर्म में कुल 18 पुराण हैं. जिसमें सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला पुराण शिव पुराण है. शिव पुराण एक पवित्र ग्रंथ है, जिसमें भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया गया है.

शिव पुराण में 20 अध्याय है. जिसके पहले अध्याय में ऋषि-मुनियों ने घोर कलयुग का वर्णन किया गया है.

इसमें उन्होंने बताया है कि कलयुग में स्त्री-पुरुष का चरित्र कैसा होगा. आइए जानते हैं...

ऋषि-मुनियों ने पुरुष के चरित्र का वर्णन करते हुए लिखा है- 'मनुष्य कर्म से दूर होकर दुराचार आदि जैसे कामों में फंस जाएंगे. सच कोई सुनना पसंद नहीं करेगा और दूसरों की निंदा में तत्पर होंगे.'

'अनैतिक रूप से धन कमाने की होड़ होगी और पुरुषों का मन दूसरी स्त्रियों में आसक्त होगा. लोग नास्तिक, मूर्ख और पशु बुद्धि रखने वाले हो जाएंगे. माता-पिता से द्वेष होगा.'

ऋषि-मुनियों ने स्त्रियों के चरित्र का वर्णन करते हुए लिखा है- 'स्त्रियां आचरण और सदाचार भूलकर भ्रष्ट हो जाएंगी. देवता समान पति का अपमान करेंगी और रिश्तेदारों से द्वेष रखेगी.'

'कुत्सित हाव-भाव, मलिन भोजन, बुरा शील स्वभाव और दूसरों की सेवा से विमुख रहेगी.'

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)